केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और सचिव को लिखा पत्र
भोपाल। सांसद आलोक शर्मा ने भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) परिसर में हैलीपेड बनाए जाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा और स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा है।
दिल्ली में आयोजित एम्स की स्टेंडिंग फाइनान्स कमेटी की बैठक के दौरान शर्मा ने कमेटी की चेयरपर्सन पुण्य सलिला श्रीवास्तव को यह पत्र सौंपा। पत्र में उन्होंने बताया कि एम्स भोपाल मध्यभारत का सबसे बड़ा अस्पताल है और यह मानव अंग प्रत्यारोपण का प्रमुख केंद्र भी बन चुका है।
शर्मा ने कहा कि भोपाल एयरपोर्ट से एम्स तक पहुंचने में करीब 30 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है और ग्रीन कॉरिडोर के बावजूद इसमें आधे घंटे से अधिक का समय लगता है। अंग प्रत्यारोपण में समय की अत्यधिक अहमियत होती है, और देरी से अंग अनुपयोगी हो सकते हैं। ऐसे में एम्स परिसर में हैलीपेड की आवश्यकता है, जिससे समय की बचत होगी और ज्यादा से ज्यादा जानें बचाई जा सकेंगी।उन्होंने सुझाव दिया कि हैलीपेड का निर्माण पीएम गतिशक्ति योजना के तहत किया जा सकता है।
गौरतलब है कि आलोक शर्मा एम्स भोपाल की स्टेंडिंग फाइनान्स कमेटी के सदस्य हैं। इस बैठक में वे भोपाल एम्स में 200 बिस्तरों वाले अपेक्स ऑन्कोलॉजी सेंटर और 300 बिस्तरों वाले एपेक्स ट्रॉमा लेवल वन सेंटर के प्रस्ताव को वित्त विभाग की अनुमति के लिए भेजने पर बनी सहमति में भी शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि ये दोनों प्रस्ताव शर्मा ने पिछले वर्ष 2 अगस्त को केंद्रीय मंत्री को सौंपे थे।