भोपाल मंडल के 15 स्टेशनों पर 53 प्लटफार्मों में कोच गाइडेंस सिस्टम लगाकर यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार किया गया
सुखदेव सिंह अरोड़ा
भोपाल मण्डल 15 स्टेशन :-
भोपाल, रानी कमलापति, इटारसी, नर्मदापुरम, विदिशा, संत हिरदा रामनगर, बीना, हरदा, अशोक नगर, गुना, रुठियाई, शिवपुरी, गंजबासौदा, साँची एवं मंडीबामौरा स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगे।
पश्चिम मध्य रेल के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगे
एनएसजी – 2, 3 एवं 4 श्रेणी के सभी स्टेशन शामिल
50 स्टेशनों पर 140 से अधिक प्लेटफार्मों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए
पश्चिम मध्य रेल द्वारा यात्रियों की सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है। पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन में पश्चिम मध्य रेल ने यात्रियों की सुविधा के लिए 50 स्टेशनों के 142 प्लेटफार्मों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए हैं।जिसमें पश्चिम मध्य रेल के एनएसजी – 2 श्रेणी के 04 स्टेशन, एनएसजी – 3 श्रेणी के 09 स्टेशन एवं एनएसजी – 4 श्रेणी के 15 स्टेशन हैं। इन सभी पर शत-प्रतिशत कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए जा चुके है। इसके आलावा अन्य कैटेगरी के स्टेशनों पर भी कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए जा चुके है।
कुल मिलाकर मार्च 2024 तक जबलपुर मण्डल के 14 स्टेशनों के 40 प्लटफार्मों, भोपाल मण्डल के 15 स्टेशनों पर 53 प्लटफार्मों और कोटा मण्डल के 21 स्टेशनों पर 49 प्लेटफार्मों में कोच गाइडेंस सिस्टम लगाकर यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार किया गया। इससे यात्रियों को अपने निर्धारित कोच के पास पहुंचकर गाड़ी में चढ़ने में सुविधा हो रही है।
भोपाल मण्डल 15 स्टेशन :-
भोपाल, रानी कमलापति, इटारसी, नर्मदापुरम, विदिशा, संत हिरदा रामनगर, बीना, हरदा, अशोक नगर, गुना, रुठियाई, शिवपुरी, गंजबासौदा, साँची एवं मंडीबामौरा स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगे।
जबलपुर मण्डल के 14 स्टेशन :-
जबलपुर, मदन महल, करेली, नरसिंहपुर, गाडरवारा, पिपरिया, कटनी, कटनी साऊथ, कटनी मुड़वारा, मैहर, सतना, रीवा, दमोह एवं सागर स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगे।
कोटा मण्डल 21 स्टेशन :
कोटा, बारां, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, रामगंज मण्डी, शामगढ़, विक्रम आलोट, बयाना, भरतपुर, श्रीमहावीर जी, हिण्डौन सिटी, सोगरिया, बूंदी, लाखेरी, भवानीमंडी, डकनिया तलाव, छबड़ा गुगोर, इन्द्रगढ़ सुमेरगंज मंडी, सुवासरा, झालावाड़ सिटी एवं चौमहला स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए गए।
डिजिटल कोच गाइडेंस सिस्टम लगने से रेल यात्रियों को ये फायदे:-
* इस सुविधा के उपलब्ध होने से यात्री गाड़ी आने के पूर्व ही निर्धारित कोच के सामने स्थान पर आकर सामान सहित चढ़ने के लिए तैयार हो जाते है।
* प्लेटफार्म पर गाडी के समय भीड़-भाड़ एवं इधर-उधर जाने में होनी वाली कठिनाई से बचा जा सकता है।
* कोच के सामने भीड़ को कम करने में काफी मददगार साबित हो रही है।
* विशेषकर रात्रि के समय डिजिटल प्रभावी कलर युक्त लाईट होने के कारण यह डिसप्ले बोर्ड यात्रियों को दूर से ही दिख जाते हैं जिससे कोच तक पहुँचने में अत्यधिक सुविधा होती है। पश्चिम मध्य रेल द्वारा आने वाले समय में यात्री सुविधाओं के लिए सभी छोटे स्टेशनों पर भी इस प्रणाली को लगाने का प्रयास रहेगा। इस पर आगे और तेज गति से कार्य किया जा रहा है।