मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस की इंद्रपुरी ब्रांच में बैंक मैनेजर एवं कर्मचारियों ने किया करोड़ों का घोटाला

क्राइम ब्रांच ने प्रबंधक एवं सहायक शाखा प्रबंधक समेत 5 आरोपी को किया गिरफ्तार

शाखा प्रबधंक एवं सहायक प्रबंधक एवं ब्रांच के कर्मचारियों की मिलीभगत से 4 करोड़ से अधिक का गबन।रक्षक ही बने भक्षक। 95 ग्राहकों के जमा गोल्ड लोन में की हेराफेरी।सेकड़ो ग्राहकों द्वारा गिरवी रखे गोल्ड पर जमा राशि हड़पी।सेकड़ो फर्जी ग्राहकों के नाम पर गोल्ड लोन स्वीकृत कर किया गबन।आनलाईन गेम्बलिंग की लत ने किया बरबाद, कैसीनो में करोड़ो हारे।अभी तक पांच गिरफ्तार, शेष की तलाश सरगर्मी से जारी।

ये है मामला- 26.02.2024 को मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी लि. की इन्द्रपुरी शाखा भोपाल के प्रबंधक रामसेवक ने थाना पिपलानी में रिपोर्ट की थी कि निलंबित ब्रांच मैनेजर संजय सैनी एवं सहायक प्रबंधक अजय पाल सिंह राजपूत ने विगत 1 वर्ष में कंपनी की इन्द्रपुरी शाखा में कस्टमरों द्वारा गिरवी रखे गये गोल्ड (स्वर्ण आभूषणों) एवं बैंक की राशि कुल मिलाकर चार करोड़ तिरालीस लाख पांच हजार चार सौ नब्बे रूपये की धोखाधड़ी एवं अमानत में खयानत कर गबन कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा केस क्राइम ब्रांच को सोपा गया जिसमें क्राइम ब्रांच ने अभी तक ब्रांच मैनेजर संजय सैनी सहित सहायक प्रबंधक अजय पाल सिंह राठौर, रविशंकर राजपूत, संदीप पटेल एवं फरहान खांन को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार कर लिया है कई अन्य शाखा कर्मचारियों, पूर्व अधिकारियों/कर्मचारियों, आडीटरों, गेम्बलिंग एप्प से जुड़े अनेक व्यक्तियों की भूमिका की बारीकी से जांच की जा रही है।

वारदात का तरीका- आरोपी संजय सैनी शाखा प्रबंधक मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी लि. ने क्राइम ब्रांच को पूछताछ में बताया कि वो गौतमनगर में किराये से कमरा लेकर रहता है पड़ोस में ही रविशंकर पिता रामप्रसाद राजपूत जो कि ग्राम अनगोरी थाना साईखेड़ा जिला नरसिंहपुर का रहना वाला है विगत दो-तीन वर्षों से गेम्वलिंग एप कैसीनो तथा तीनपत्ती, रमी के अवैध व्यवसाय में साथियों सहित लिप्त रहता है, शानो शौकत से रहता है कई लोग उसके आगे पीछे घूमते हैं जिससे संजय सैनी उससे प्रभावित हो गया उसने इसको भी गेम्बलिंग की लत लगा दी शुरू में संजय सैनी ने दस-दस, बीस-बीस हजार रूपये रविशंकर राजूपत को देकर बैट लगाई जिसमें जीतने पर इसके द्वारा बड़ी बड़ी राशियां अपनी शाखा से निकालकर रविशंकर को देकर गेम में लगाई जो बड़ी रकम हारने पर घाटा कवर करने के लिये इसके द्वारा शाखा में ग्राहकों द्वारा रखे गये स्वर्ण आभूषणों में हेर-फेर कर विगत एक वर्ष में चार करोड़ से अधिक की राशि का गबन कर गेम में लगा दिये, रविशंकर द्वारा संजय सैनी के मोबाइल में लगभग 15 आईडी बनाई गई थीं।

संजय सैनी ने बताया कि जिन ग्राहकों द्वारा गोल्ड लोन की पूर्ण राशि जमा कर शाखा गोल्ड ले लिया जाता था उनकी राशि इसके द्वारा शाखा में जमा नहीं करके अपने पास रख लेता था और गेम में लगा देता था इसी प्रकार अनेक ग्राहकों द्वारा बैंक में रखे गये स्वर्ण आभूषणों में से भी जेवरात निकालकर अपने परिचितों, दोस्तों अन्य बैंक कर्मियों के नाम से सैकड़ो फर्जी लोन प्रकरण फर्जी नामों से फर्जी हस्ताक्षर कर विगत एक वर्ष में बना डाले और एक-एक, दो-दो, चार-चार लाख रूपये निकालकर आनलाईन गेम्बलिंग में लगा दिये, उक्त कृत्य आरोपी द्वारा अपने सहायक अजय पाल सिंह की सहायता से अंजाम दिया गया है जिसमें शाखा के अन्य अधिकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है ।

क्राइम ब्रांच कार्यवाही करते हुये आनलाईन गेम्बलिंग के अवैध धंधे के कारोबारियों रविशंकर राजपूत, संदीप पटेल एवं फरहान खांन को जो कि, संजय सैनी के पकड़े जाने की खबर सुनकर छिप गये थे जिनको गिरफ्तार कर लिया गया है, इन लोगों ने पूछताछ में बताया है कि ये लोग 10 प्रतिशत पर बैरागढ़ के सोनू उर्फ अंडाकरी के लिये काम करते हैं वर्तमान में सोनू उर्फ अंडाकरी फरार चल रहा है जिसकी क्राइम ब्रांच भोपाल द्वारा सरगर्मी से तलाश की जा रही है ।

क्राइम ब्रांच की टेक्नीकल टीम द्वारा पकड़े गये आरोपियों के मोबाइलों, कम्प्यूटरों एवं लेपटापों की जांच एवं छानबीन की जा रही है।

 

 

 

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