मंत्री सारंग ने प्रस्तुतिकरण में बताया कैसे हुआ हिंदी में एमबीबीएस का सपना साकार

स्वास्थ्य चिंतन शिविर: देश में पहली बार मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में प्रारंभ करने के लिये मध्यप्रदेश की हुई सराहना

सुखदेव सिंह अरोड़ा,भोपाल/देहरादून। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग शनिवार को देवभूमि उत्तराखंड के देहरादून में सेंट्रल काउंसिल ऑफ हेल्थ एण्ड फेमिली वेल्फयेर (CCHFW) द्वारा आयोजित 15वें CCHFW Conference स्वास्थ्य चिंतन शिविर के समापन सत्र में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए दो दिवसीय चिंतन शिविर में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे।

प्रस्तुतिकरण में बताया कैसे हुआ हिंदी में एमबीबीएस का सपना साकार

दो दिवसीय चिंतन शिविर के समापन सत्र में मंत्री सारंग ने देश में पहली बार हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के लिए मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकें के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया । अपने प्रस्तुतीकरण में उन्होंने हिंदी में मेडिकल की पुस्तकों को तैयार करने हेतु अपनाई गई पूरी कार्ययोजना का विवरण दिया।

देश में पहली बार हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई प्रारंभ करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की सराहना

मंत्री सारंग के प्रस्तुतिकरण की बैठक की अध्यक्षता कर रहे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडावीया द्वारा प्रशंसा एवं सराहना की गई। मंत्री मंडावीया द्वारा अन्य राज्यों से आए मंत्रियों को मध्य प्रदेश द्वारा देश में पहली बार की गई इस अनूठी पहल को अपने राज्यों में भी इसी प्रकार अनुसरण करने का सुझाव दिया गया । मंत्री मंडावीया द्वारा मातृभाषा एवं स्थानीय भाषा में मेडिकल के पाठ्यक्रम को तैयार करने हेतु अन्य राज्यों को भी मध्य प्रदेश की पहल से सीख लेने की बात कही ।

अब हिंदी में भी मेडिकल का पाठ्यक्रम उपलब्ध

मंत्री सारंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मातृभाषा एवं स्थानीय भाषा में पठन-पाठन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया एवं इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने आजादी के 75वें वर्ष में चिकित्सा पाठ्यक्रम को हिंदी में तैयार करने के प्रकल्प को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। 16 देशों की स्थानीय भाषा में मेडिकल के पाठ्यक्रम की पुस्तकों को तैयार किया गया था और अब हिंदी में भी मेडिकल की पुस्तकें उपलब्ध हो गई हैं।

22 राज्यों एवं सभी केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री हुए शामिल

15वीं सेंट्रल काउंसिल फॉर हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर (स्वास्थ्य चिंतन शिविर) में 22 राज्यों एवं सभी केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री द्वारा भाग लिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडावीया द्वारा की गई । इसके अतिरिक्त उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री द्वय भारती पवार एवं एस पी बघेल, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य सचिव उपस्थित थे।

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