एमपी नगर बनेगा नो व्हीकल जोन, कंडम वाहनों पर भी सख्ती
भोपाल। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने और भोपाल को सुंदर एवं स्वच्छ बनाने के लिए सांसद आलोक शर्मा लगातार बैठकें कर रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय में कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा, एडीएम अंकुर मेश्राम, आरटीओ, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, नगर निगम और एमपीईबी के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। सांसद आलोक शर्मा ने कहा कि शहर में ट्रैफिक में बाधा बन रहे बिजली विभाग के पोल और ट्रांसफार्मर कई बार दुर्घटनाओं की वजह बनते हैं। इन्हें हटाना जरूरी है और इसके लिए नीति बनाई जाएगी। कलेक्टर ने इस पर सहमति जताते हुए रोड की हद में आ रहे खंभे व डीपी हटाने के लिए कमेटी बनाने के निर्देश दिए हैं। बैठक में शहर में ई-रिक्शा संचालन को लेकर भी चर्चा हुई। यातायात पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भोपाल को छह जोन में बांटा गया है और नई ई-रिक्शा नियमावली लागू होने के बाद ई-रिक्शा कॉलोनी के अंतिम छोर तक चलेंगे, जबकि मुख्य मार्गों पर इन पर रोक रहेगी। सांसद शर्मा ने कहा कि गरीबों को रोजगार के अवसर मिलें और ग्रीनरी को बढ़ावा मिले, इसके लिए भी ठोस नियमावली बनाई जाए। ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए रोटरियों को हटाने और लेफ्ट टर्न की सुविधा को लेकर इंजीनियरिंग प्लान तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम अधिकारी आठ दिन में अपने-अपने क्षेत्रों का प्राक्कलन तैयार कर कलेक्टर और पुलिस कमिश्नर को सौंपेंगे।
कंडम वाहन हटाने की पॉलिसी तैयार होगी
सांसद शर्मा के सुझाव पर कलेक्टर ने शहर में कंडम वाहनों को हटाने की नीति बनाने के लिए आरटीओ को निर्देशित किया है। अब पुराने वाहनों की अधिकतम आयु निर्धारित कर उन्हें समय रहते सड़कों से हटाया जाएगा ताकि प्रदूषण और जाम की समस्या कम हो सके। कई वर्षों से सड़क किनारे खड़े जर्जर वाहन भी हटाकर नष्ट किए जाएंगे।
एमपी नगर को बनाया जाएगा नो व्हीकल जोन
बैठक में एमपी नगर को नो व्हीकल जोन बनाने पर भी चर्चा हुई। व्यापारी संघ पदाधिकारियों की मौजूदगी में तय किया गया कि यहां से अतिक्रमण हटाकर पार्किंग व्यवस्था सुधारी जाएगी। इसके बाद शहर के अन्य बाजारों में भी इसी तरह की व्यवस्था लागू होगी ताकि लोगों को बाजार आने-जाने और खरीदारी में किसी प्रकार की परेशानी न हो।