घर से गायब हुई 16 साल की नाबालिग बालिका को पुलिस ने गुवाहाटी से किया बरामद


भोपाल।थाना गोविंदपुरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है 9 महीने पहले घर से भागी हुई 16 वर्षीय बालिका को किया बरामद

बालिका ने अपने मोबाइल से घरवालों को नर्मदा नदी में कूदकर आत्महत्या करने का झूठा मैसेज करा था।सोशल मीडिया के स्टार मेकर ऐप के जरिए उत्तर प्रदेश में रहने वाले एक शादीशुदा व्यक्ति के संपर्क में आई थी। बालिका के मोबाइल की अंतिम लोकेशन इटारसी थी जिसके कारण पुलिस को काफी दिक्कतें हुई पर पुलिस ने अलग-अलग चार टीमें बनाकर मामले को सुलझा लिया।गोविंदपुरा थाना ने विशेष पुलिस टीम को गठित कर एवं महिला ऊर्जा डेक्स की महिला अधिकारी की मदद से असम के गुवाहाटी से सकुशल बालिका को किया बरामद। भोपाल पुलिस महिलाओं और बालिकाओं के लिए अभियान चला रही है जिस पर पुलिस उपायुक्त जोन 2 श्रद्धा तिवारी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जॉन 2 राजेश सिंह भदोरिया के निर्देशन में सहायक पुलिस आयुक्त गोविंदपुरा आदित्य तिवारी तथा थाना प्रभारी गोविंदपुरा लोकेंद्र सिंह ठाकुर के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन करके घटना का खुलासा किया गया।थाना गोविंदपुरा में 1 जून 2022 को शिकायत आई थी की बरखेड़ा पठानी गोविंदपुरा में रहने वाली 16 साल की नाबालिग बालिका ने अपने माता-पिता को नर्मदा नदी में डूब कर आत्महत्या करने का मैसेज व्हाट्सएप करा है। मामला गंभीर था इसलिए तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में टीम गठित की गई। बालिका की आखिरी लोकेशन इटारसी मिल रही थी जिसके चलते टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।एक टीम ने नर्मदा नदी के किनारे,खंडवा जिले के इलाकों में देवास जिले के इलाकों में नर्मदा पुरम मैं छानबीन शुरू की। दूसरी टीम गुजरात के लिए रवाना हुई, तीसरी टीम साइबर सेल की थी जिसने तकनीकी सहायता मैं मदद करी तथा चौथी टीम को असम राज्य के गुवाहाटी इलाके में रवाना किया गया 3 महीनों के प्रयासों के बाद 2 अप्रैल को बालिका को आरोपी मनीष के साथ फटाशील अंबारी थाना क्षेत्र गुवाहाटी असम से बरामद किया गया। पूछताछ में बालिका ने बताया की सोशल मीडिया ऐप स्टारमेकर के माध्यम से फरवरी में मनीष तिवारी पिता गोपाल तिवारी 32 साल निवासी जिला बलिया उत्तर प्रदेश से परिचय हुआ था। इसके बाद दोनों के बीच में चैटिंग के जरिए बातचीत होने लगी। आरोपी मनीष में बालिका को शादी के झांसे में लिया और भोपाल के आईएसबीटी आकर नाबालिग बालिकाओं को बस से इटारसी फिर इटारसी से ट्रेन में बैठकर गुवाहाटी असम ले गया। बालिका और आरोपी मनीष को पुलिस भोपाल लेकर आई है।

मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका थाना प्रभारी लोकेंद्र सिंह,उनि गजराज सिंह,सउनि. वासुदेव सविता, प्रआर कुबेर सिंह, महिला प्र.आर. सोनिया पटेल एवं सायबर क्राइम से आरक्षक आकाश की रही।

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