
भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस ने तकनीकी आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए टीटी नगर थाने में प्रदेश का पहला डिजिटल मालखाना शुरू किया है। बुधवार शाम पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने इसका शुभारंभ किया। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मोनिका शुक्ला, पुलिस उपायुक्त अखिल पटेल, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त नीतू ठाकुर एसीपी अंकिता खातनकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस मुख्यालय के तकनीकी सेवाएँ शाखा और SCRB की पहल पर तैयार यह डिजिटल मालखाना केस प्रॉपर्टी के प्रबंधन को पूरी तरह स्मार्ट, पारदर्शी और रियल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम से जोड़ देगा।डिजिटल इंडिया मिशन के तहत बनाई गई इस व्यवस्था में हर जप्त माल का विश्लेषण कर उसकी डॉक्यूमेंटेशन, फोटो और विवरण सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा, जिसके बाद यूनिक बारकोड और QR कोड जनरेट होगा। इन्हें केस प्रॉपर्टी और संबंधित बॉक्स पर चस्पा किया जाएगा, जिससे किसी भी वस्तु को डिजिटल तरीके से तुरंत खोजा, जांचा और ट्रेस किया जा सकेगा। यही प्रक्रिया जप्त वाहनों और अन्य सम्पत्ति पर भी लागू होगी। इस प्रणाली के लागू होने से पारंपरिक मालखानों में होने वाली समस्याएँ जैसे जप्त माल का गुम होना, गलत स्थान पर रखे जाने, या मामलों में देरी जैसी दिक्कतें अब लगभग समाप्त हो जाएँगी। किस अधिकारी ने माल जमा किया, कब निकाला, किस मामले के लिए उपयोग हुआ हर गतिविधि डिजिटल लॉग में दर्ज रहेगी। इससे जवाबदेही बढ़ेगी और जप्त माल की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। भविष्य में CCTV निगरानी और बायोमेट्रिक एक्सेस जोड़कर इसे और उन्नत किया जाएगा। डिजिटल मालखाने से कोर्ट, जांच अधिकारियों और FSL को मांगी गई सामग्री तुरंत उपलब्ध कराई जा सकेगी। इससे जांच प्रक्रिया तेज होगी और केस मैनेजमेंट मजबूत होगा। साथ ही स्वचालित रिपोर्टिंग, स्टॉक रजिस्टर और ऑडिट सुविधाएँ मिलने से संधारण और निरीक्षण बेहद आसान हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि यह प्रणाली पुलिस–जनता के बीच भरोसे को मजबूत करेगी, क्योंकि जप्त सम्पत्तियों का प्रबंधन पूर्णत: पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से होगा। टीटी नगर में सफल क्रियान्वयन के बाद भोपाल के अन्य थानों में भी डिजिटल मालखाना स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। यह कदम न केवल पुलिस व्यवस्था को आधुनिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि न्याय व्यवस्था में प्रमाणिकता और विश्वसनीयता को भी नया आयाम देगा। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि 21वीं सदी की तेज गति के साथ तालमेल रखने के लिए ऐसे तकनीकी नवाचार आवश्यक हैं, और डिजिटल मालखाना इसी दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।