भोपाल। क्राइम ब्रांच भोपाल ने अंतर्राज्यीय हथियारों के संगठित नेटवर्क का खुलासा करते हुए टीकमगढ़ जिले में संचालित दो अवैध आर्म्स फैक्ट्रियों पर छापा मारा। कार्रवाई में ऐसे चौंकाने वाले तथ्य सामने आए कि एक ही परिवार की तीन पीढ़ियां पिछले 35-40 साल से इस गैरकानूनी धंधे में लिप्त थीं। हथियारों की सप्लाई का नेटवर्क मध्यप्रदेश से निकलकर उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था।
कैसे हुआ खुलासा
क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि निशातपुरा इलाके में रहने वाले कुछ अपराधी वाहन चोरी और हथियार तस्करी में शामिल हैं। दबिश में तीन संदिग्ध हिरासत में लिए गए। उनके पास से तीन वाहन जब्त किए गए। पूछताछ में आरोपी मुख्तार खान ने बताया कि उसे पिस्टल टीकमगढ़ निवासी सुरेंद्र विश्वकर्मा से मिली थी। इस सुराग पर रामगढ़ और चंदेरी गांव में दबिश दी गई, जहां से अवैध हथियार निर्माण की बड़ी फैक्ट्रियां पकड़ी गईं।
एक ही परिवार, तीन पीढ़ियां और 40 साल का खेल
जांच में सामने आया कि सुरेंद्र विश्वकर्मा का परिवार पिछले 40 वर्षों से इस अवैध धंधे में सक्रिय है। उसके पिता आनंदी विश्वकर्मा ने लेथ मशीन से पिस्तौल बनाना सीखा और पीढ़ियों तक यह काम जारी रहा। सुरेंद्र खुद लूट के मामले में सजा काट चुका है और जनवरी 2025 में जेल से छूटते ही फिर हथियार बनाने लगा।
फैक्ट्रियों में अत्याधुनिक मशीनें, खुद बनाते थे कलपुर्जे
पहले जहां कलपुर्जे बाहर से लाए जाते थे, अब सुरेंद्र ने बड़े स्तर पर फैक्ट्री लगाकर सब कुछ खुद तैयार करना शुरू कर दिया। लेथ मशीन, वेल्डिंग मशीन, मिलिंग मशीन और ड्रिल मशीन से हथियारों के बैरल, स्लाइडर, ट्रिगर समेत सभी पार्ट तैयार किए जाते थे।
सप्लाई नेटवर्क यूपी तक
स्थानीय स्तर पर जोखिम और कम लाभ को देखते हुए हथियारों की सप्लाई ज्यादातर उत्तर प्रदेश के ग्राहकों को की जाती थी। थोक में बिक्री होने से एक तरफ गोपनीयता बनी रहती और दूसरी ओर मुनाफा भी ज्यादा होता।
जब्त माल
कार्रवाई में लेथ मशीन, वेल्डिंग मशीन, ड्रिल मशीन, ब्लेंडर मोटर, बड़ी मिलिंग मशीन, लोहे की पाइप, पिस्टल की पत्तियां, मैगजीन, स्लाइडर, स्प्रिंग, लकड़ी के बट, अधबनी पिस्तौलें और कच्चा माल बरामद हुआ।
मुख्य आरोपी और रिकॉर्ड
सुरेंद्र विश्वकर्मा समेत कई आरोपी गिरफ्तार किए गए। मुख्तार खान, सैफ अली, मुमताज अली भी पकड़े गए हैं, जबकि नरेंद्र प्रताप सिंह परमार फरार है। सुरेंद्र पर 16 पुराने आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिनमें लूट और आर्म्स एक्ट के केस शामिल हैं।पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य राज्यों के अपराधियों की तलाश में जुट गई है।