आव्हान — मेरे देश और देश के वीर जवानों के लिए

(1)
मेरे देश का झण्डा सदा ऊँचा रहे वीर जवानों के हाथों में।
मेरे देश की धरती माँ का आँचल सदैव लहलहाता रहे।
जीत का उल्लास इस देश में बहादुर बेटियों की वीरता से कभी कम न हो।

(2)
जब तक सांसें इस दिल में हैं,
हम अपने वीर जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
शत-शत नमन है इस देश के ऐसे वीर सपूतों को।

(3)
कभी आंच न आए इस पवित्र धरती पर।
मर जाएंगे, मिट जाएंगे, पर हार नहीं मानेंगे।
माँ का यह कर्ज, मरकर भी चुकाएंगे।

(4)
परिस्थितियां कैसी भी हों,
देश की बहादुर बेटियां ढाल बनकर खड़ी रहेंगी।
डटकर हर चुनौती का सामना करेंगी,
पर अपने देश के मान-सम्मान पर आंच नहीं आने देंगी।
किसी के माथे का सिंदूर मिटने नहीं देंगी।

(5)
कमर कसकर अपने हौसलों के साथ तैयार हैं ये बेटियां।
दुश्मनों के छक्के छुड़ाने की दौड़ अब शुरू हो चुकी है।
ऑपरेशन “सिंदूर” को सफल बनाकर गर्वित है भारत देश की यह वीरांगनाएं।

जय हिंद! 🇮🇳

✍️ लेखिका — बीना श्रीवास्तव, सलाहकार

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