भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे राहुल गांधी की तस्वीर रखकर दूध से अभिषेक करने को लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। इस मामले में सहकारिता, खेल और युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सारंग ने इसे “चमचागिरी की पराकाष्ठा” करार देते हुए कहा कि यह कृत्य बाबा साहब का घोर अपमान है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने लोकतांत्रिक भारत की नींव रखी थी, और ऐसे स्थान पर एक राजनीतिक नेता की पूजा जैसी गतिविधि करना संविधान और लोकतंत्र दोनों का अपमान है। सारंग ने सवाल उठाया, “क्या राहुल गांधी अब भगवान हो गए हैं? क्या कांग्रेस बाबा साहब को चुनौती देने का दुस्साहस कर रही है?” उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम सुनियोजित और जानबूझकर किया गया, जिससे बाबा साहब की गरिमा को ठेस पहुंची है। मंत्री ने राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से देश की जनता से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देश बाबा साहब के अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि अतीत में भी नेहरू और कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर के साथ अन्याय किया था, और आज उसी परंपरा को दोहराया जा रहा है।