आशीर्वाद धार्मिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजन समिति के तत्वाधान में श्रीमद्भागवत कथा का तृतीय दिवस
भोपाल। आशीर्वाद धार्मिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजन समिति के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में व्यास पीठ से तृतीय दिवस की कथा श्रवण कराते हुए संत श्री ज्ञान देव जी महाराज ने परम् भक्त श्री विदुर विदुरानी की कथा सुनाई। संतश्री ने कहा कि भगवान भक्त की जाति, वैवभ, ऊंच नीच ,पर ध्यान नही देते हैं। भगवान तो केवल और केवल भक्त का भाव देखते हैं। भगवान स्वयं कहते हैं कि मैं तो केवल प्रेम का भूखा हूं । प्रेम से जो मुझे भजता है तो उसका भव से बेड़ा पार होता है। संत श्री ने कहा कि भगवान ने प्रेम के कारण ही विदुर के यहां जाकर केले के छिलके खाये, और दुर्योधन के छप्पन भोग का परित्याग किया। महाराज श्री ने आगे सृष्टि का क्रम बताते हुए भगवान के परम् लाड़ले भक्त ध्रुव जी का पावन प्रसंग सुनाया। ध्रुव ने जिस तरह से 5 वर्ष की अवस्था में ही प्रभु को प्राप्त कर लिया वैसे ही हम और आप भी ध्रुव जैसा त्याग , समर्पण प्रभु के प्रति कामना रहित भक्ति का भाव पैदा करें। समिति के संयोजक श्री अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि भोपाल के राजीव नगर, दुर्गा मंदिर, सेमरा कलां स्थित एकतापुरी भागवत ग्राउंड मैं आयोजित कथा में आज विशेष मेहमानों में
श्री भरत शरण सिंह निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष, श्री कौशल प्रताप सिँह क्षेत्रीय संगठन मंत्री भारतीय शिक्षण मंडल, श्री सुरेंद्र सिंह चौहान संगठन मंत्री मध्य भारत प्रान्त विश्व हिन्दू परिषद , डॉ नरेंद्र थापक कुलगुरु एलएनसीटी यूनिवर्सिटी, डां परिमला त्यागी डीन पीपुल्स यूनिवर्सिटी, श्री मयंक झा महानगर विस्तारक भारतीय शिक्षण मंडल, श्री जीवन शर्मा जी विभाग मंत्री विश्व हिन्दू परिषद, श्री अभिजीत सिंह चौहान विभाग सह संयोजक विश्व हिन्दू परिषद, डां श्रीकांत अवस्थी राष्ट्रीय सचिव मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण आर्गनाइजेशन, श्री जीतू मलोटिया महामंत्री भाजपा स्टेशन मंडल उपस्थित हुए। कथा में हजारों की तादाद में प्रतिदिन हजारों की तादाद में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। कथा का यह 14वां वर्ष है जहां कथा व्यास संतश्री ज्ञानदेव जी महाराज प्रतिदिन अपराह्न 2 बजे से शाम 6 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा के विभिन्न प्रसंगों का अपने मुखारविंद से वर्णन कर रहे हैं। कथा का समापन 11 जनवरी 2025 शनिवार को होगा। समिति की ओर से सभी श्रद्धालुओं से प्रतिदिन श्रीमद्भागवत कथा में शामिल होकर पुण्य लाभ कमाने का अनुरोध किया है।