भोपाल सुखदेव सिंह अरोड़ा
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है मोबाइल का उपयोग बढ़ते जा रहा है वैसे ही साइबर ठगी के नए नए तरीके साइबर ठग निकालते रहते हैं। साइबर ठग का नेटवर्क कई प्रदेशों में फैला रहता है और यह गलत नाम पते से खाता खोलते हैं और उन खातों में अशिक्षित लोगों के आधार कार्ड, वोटर आईडी का उपयोग करके सिम लेते हैं और फर्जी सिम के द्वारा बैंक के खातों में लोगों से धोखाधड़ी करके पैसा डलवाकर एटीएम से निकाल लेते हैं और अपना शौक पूरा करते हैं। भोपाल थाना बजरिया पुलिस ने फोन चोरी की घटना में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, कुछ दिन पहले कोलार निवासी निधि नाम की महिला फरियादी ने शिकायत दर्ज कराई थी के एक कंपनी में नौकरी के लिए उसने ऑनलाइन आवेदन दिया था। जिसके संबंध में उसे थाना बजरिया क्षेत्र के गैलेक्सी हस्पताल के सामने बुलाया गया। जब वह अस्पताल के सामने पहुंची तो एक लड़का आया और बोला के मैडम आपका मोबाइल दीजिए आपके मोबाइल से कंपनी में मेल करना है। जब महिला ने अपना मोबाइल लड़के को दिया तो लड़का मोबाइल लेकर भाग गया।आरोपियों द्वारा महिला के खाते से 102800 रु निकल लिए गए थे। किसी अज्ञात चोर द्वारा मोबाइल छीना गया फिर खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जालसाजों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की गई।टीम द्वारा राजस्थान, दिल्ली,हरियाणा में दबिश देकर आरोपी जय प्रकाश पाठक पिता स्व रामपाल पाठक 28 साल निवासी दिल्ली और दूसरा आरोपी अभिषेक गुप्ता पिता राम शंकर गुप्ता 25 साल निवासी दिल्ली को पकड़ा गया।पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। महिला के खाते से इनके खाते में गए 102800 रू में से कुछ खर्च करने के बाद 83000 पुलिस द्वारा जप्त किए गए जो शीघ्र ही महिला को वापस कर दिए जाएंगे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया के वह फर्जी कंपनी बनाकर अशिक्षित लोगों के आधार कार्ड, वोटर आईडी के आधार पर अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाते हैं और कंपनी के नाम पर कॉर्पोरेट कोटे से बल्क में सिम खरीदते हैं और इन अलग-अलग सिम को एक्टिवेट कर बैंक खातों से लिंक कर देते हैं। फिर इन सिम के माध्यम से अपनी कंपनी में ऑनलाइन आवेदन बुलाते हैं और आवेदन पत्रों के साथ लोगों के यूजर आईडी,ईमेल, बैंक खाते की आईडी भी ले लेते हैं।इस प्रक्रिया में महिलाएं और बुजुर्ग लोगों के खातों से पैसा अपने खाते में ट्रांसफर कर एटीएम के माध्यम से पैसा निकाल कर अपने शौक पूरे करते है। आरोपियों द्वारा लगभग 30 लोगों को अलग-अलग शहरों में ठगी का शिकार बनाया गया है पुलिस द्वारा उन लोगों से संपर्क किया गया ताकि वह भी कानूनी कार्रवाई कर सकें।
-सहायक पुलिस आयुक्त जहांगीराबाद अभिनय विश्वकर्मा