युवती की कराई घरवालों ने धोखे से शादी,लड़का निकला पाकिस्तानी भोपाल पुलिस ने दिलाया न्याय

सुखदेव सिंह अरोड़ा 

भोपाल 8 जनवरी को फरियादी मनजीत सिंह पिता पुरुषोत्तम सिंह जो कि किराए के मकान से 80 फिट रोड अवधपुरी में रहता है उसने गोविंदपुरा थाने में आवेदन पत्र दिया जिसमें बताया कि उसकी स्कूल में पढ़ने वाली सहपाठी निवासी उधमपुर जम्मू कश्मीर से मेरे घर पर आई है,इस संबंध में जानकारी अजीत सिंह नाम के व्यक्ति के माध्यम से प्राप्त हुई अजीत सिंह ने बताया कि वह विधि क्षेत्र का जानकार है।इसके बाद मनजीत सिंह और युवती को एडिशनल डीसीपी राजेश सिंह भदोरिया के समक्ष पेश किया और अगली काउंसलिंग हेतु निर्देश दिया गया।12 दिसंबर को मनजीत सिंह और युवती को परामर्श के लिए ऊर्जा महिला हेल्पडेस्क बुलाया गया काउंसलिंग के दौरान युवती ने बताया कि मेरा विवाह मेरे परिवार ने धोखे में रखकर किसी पाकिस्तानी नागरिक से कराया है जिसका नाम रोशन है और उसके इंस्टाग्राम में पाकिस्तानी झंडे के साथ तस्वीर भी है शादी के बाद मुझे पता चला कि उसने भारत की नागरिकता लेने के लिए मुझसे शादी करी है उसने बताया कि मेरा पति शादी के बाद मुझे दुबई ले जाना चाह रहा था।इससे पहले वो कोर्ट मैरिज के लिए जम्मू कोर्ट में भी गया था जहां पाकिस्तानी नागरिक होने के कारण शादी रजिस्टर्ड नहीं हो पाई और मेरा पति रोशन दुबई भाग गया और बताया कि मेरे साथ कोई अनहोनी घटना हो सकती है। में अपने वैवाहिक संबंध से खुश नहीं हूं।युवती ने अपने पुश्तैनी घर जाने को मना करा और अपने दोस्त मनजीत सिंह के साथ लिव-इन में रहना बताया।वही मनजीत सिंह ने बताया कि उधमपुर जिले की पुलिस हमसे संपर्क कर रही है यह पता चलने पर थाना रैंबल उदयपुर के एस एच ओ राजेश वर्मा से संपर्क किया गया जिससे पता चला कि प्रियंका की गुमशुदा की शिकायत उसके पिताजी रोमल सिंह द्वारा दर्ज कराई गई है और एसएचओ ने बताया कि आज ही हम अपनी टीम रवाना कर रहे हैं। 15 दिसंबर को थाना रैंबल की टीम के साथ युवती की बहन सिम्मी और जीजाजी कुलविंदर सिंह निवासी उधमपुर के साथ आए। टीम के आने की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को बताई गई और उनके निर्देश अनुसार युवती को अजीत सिंह के माध्यम से केंद्र बुलाया गया।थाना रैंबल की टीम ने पूछताछ की जिसमें गुमशुदा युवती ने कथन में बताया कि वह बालिक है और उधमपुर अपने परिजनों के पास नहीं जाना चाहती है और उसके घरवालों ने उसकी शादी जबरदस्ती करी है जो वह निभाना नहीं चाहती है। यह मेरा निजी फैसला है। पूरे मामले को सुनकर उदयपुर से आई हुई टीम खाली हाथ लौटी और युवती अपने सहपाठी मनजीत सिंह के साथ परिवार परामर्श केंद्र से चली गई। संपूर्ण कार्यवाही में अजीत सिंह की प्रथामिक सूचना एवं सूझबूझ के चलते अपने परिजनों के जबरदस्ती शादी कराने से नाराज होकर भोपाल आई युवती को न्याय दिलाने में सहयोग मिला। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक सोनिया पटेल और उनकी टीम,राम कुंवर धुर्व,और सुषमा संजीव काउंसलर परिवार परामर्श केंद्र गोविंदपुरा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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