एम्स भोपाल में अत्यधुनिक सुविधाओं से लैस पीडियाट्रिक एंडोस्कोपी के साथ-साथ सामान्य एंडोस्कोपी सहित ईआरसीपी केंद्र का उद्घाटन 24 जुलाई 2024 को कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. सिंह ने कहा कि पीडियाट्रिक इंडोस्कोपी से बच्चे की ग्रासनली, पेट और छोटी आंत से संबंधित बीमारियों का पता लगाकर उनका बेहतर इलाज करने में सहायता मिलेगी। इस प्रकार की सुविधा आम तौर पर आसानी से उपलब्ध नहीं होती है। ईआरसीपी प्रक्रिया के माध्यम से पित्त और अग्नाशयी नलिकाओं के इलाज में सहायक होती है। इस केन्द्र में समस्त प्रकार की नैदानिक और उपचारिक इंडोस्कोपी सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो कि सभी पीडियाट्रिक और कैंसर मरीजों को भी उपलब्ध होंगी। उपचारिक इंडोस्कोपी सेवाएं लीवर और अल्सर की बीमारी से ग्रस्त मरीजों में रक्तश्राव रोकने, कैंसर मरीजों में स्टेंटिंग आदि में लाभकारी होती हैं।गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ पीयूष पाठक ने बताया कि विभाग में कुल 8 एंडोस्कोप हैं जिनके द्वारा हर सप्ताह लगभग 60 एंडोस्कोपी की जाती है। प्रत्येक मशीन की कीमत लगभग 1.20 करोड़ रूपये है। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इन नए एंडोस्कोप के आ जाने से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी।