सुखदेव सिंह अरोड़ा,भोपाल।
दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में जाकर वहां के निवासियों को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करना एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह का एक लक्ष्य है। उनका मानना है कि जब तक हम ग्रामीणों तक नहीं पहुंचेंगे ग्रामीण अंचलों तक नहीं पहुंचेंगे तब तक हम सही रूप में मानव की सेवा नहीं कर सकते। इसी सिलसिले में 13 मई को एम्स भोपाल के फार्माकोलॉजी विभाग द्वारा प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया को लेकर रायसेन जिले के उबैदुल्लाह गंज में स्थित पीएचसी चिकलोद में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया – किसी दवा या दवा लेने के तुरंत बाद होने वाले लक्षण से जुड़े होते हैं। इस कार्यक्रम में दवाओं से संबंधित प्रतिकूल ड्रग रिएक्शन पर गांव वासियों को जानकारी दी गई। यहां यह बताना भी आवश्यक है कि एम्स भोपाल फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया के तहत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए एक एडवर्स ड्रग रिएक्शन मॉनिटरिंग सेंटर के अलावा क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र भी है, जो एम्स भोपाल के फार्माकोलॉजी विभाग और कम्युनिटी एंड फेमिली मेडिसिन विभाग के सहयोग से कार्य करता है। कार्यक्रम के दौरान इंटरएक्टिव डिस्कशन आयोजित किए गए। जिसमें लोगों को बताया गया कि अगर कोई दवा का रिएक्शन होता है तो किस तरह से उसकी जानकारी देनी चाहिए और साथ ही इसकी रिपोर्टिंग भी किस तरह से करनी चाहिए। इस जागरूकता कार्यक्रम को एम्स भोपाल के सीनियर रेजिडेंट डॉ अभिषेक मिश्रा और उनकी टीम द्वारा आयोजित किया गया।