क्राइम न्यूज,भोपाल।
भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच ने एक बड़े ठगी के रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं को ठगने का काम कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में मुख्य सरगना नितेश सिन्हा सहित दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश के नोएडा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ऑनलाइन डेटा खरीदकर नौकरी की तलाश में जुटे बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाया। वे अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर लोगों को झांसे में लेते थे। इसके लिए वे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ChatGPT का इस्तेमाल कर फर्जी जॉइनिंग लेटर तैयार करते थे। लोगों को भरोसा दिलाने के लिए फर्जी मेल के जरिए जॉइनिंग लेटर भेजा जाता था। इसके बाद रजिस्ट्रेशन, मेडिकल, ट्रेनिंग और रहने-खाने के नाम पर अलग-अलग शुल्क के बहाने पैसे मंगवाए जाते थे। ये रकम फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करवाई जाती थी। यह मामला तब सामने आया जब दुलारे सिंह (परिवर्तित नाम) ने 28 मार्च को साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके साथ इंडीड कंसलटेंसी कंपनी के कर्मचारी बनकर अल्ट्राटेक में नौकरी दिलाने के नाम पर 12,68,407 रुपये की ठगी की गई। ठगों ने कई मोबाइल नंबरों और फर्जी ईमेल आईडी के जरिए संपर्क किया। पैसे SBI, केनरा, IDBI, DCB और HDFC बैंक के विभिन्न खातों में ट्रांसफर करवाए गए। साइबर क्राइम ब्रांच ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और मैदानी साक्ष्यों के आधार पर मुख्य सरगना नितेश सिन्हा (32) और उनके सहयोगी राज सिन्हा (29) को नोएडा के ड्रीम होम्स अपार्टमेंट, सेक्टर-73 से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके पास से 8 मोबाइल फोन, 9 सिम कार्ड, 1 लैपटॉप, 1 राउटर और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। यह गिरोह सुनियोजित तरीके से काम करता था और तकनीक का दुरुपयोग कर लोगों को ठगता था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की जांच जारी है, ताकि इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाया जा सके।