प्रिंसिपल डॉ. सिस्टर लिली द्वारा छात्राओं को दिए गए विशेष पुरस्कार
भोपाल। सेंट जोसेफ ईदगाह हिल्स में विदाई समारोह में कक्षा ग्यारहवीं के विद्यार्थियों ने कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को भव्य विदाई दी। अवसर था सुंदर साड़ियों में सजी, मन में भावों के उमड़ते सागर को सँजोय बरहवीं की छात्राओं का अपने विद्यालय सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, ईदगाह हिल्स, भोपाल के भव्य प्रांगण को अलविदा कहने का। कार्यक्रम का विषय था Adieu to the Grand Pavillion of SJC
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद एक भावपूर्ण प्रार्थना की गयी। प्रार्थना का मुख्य बिंदु था “अपने जीवन का सारथी स्वयं बनो”। प्रार्थना सेवा का समापन भक्ति भजन “कौन दिशा में पाऊँ तुमको, हरेक दिशा में छा जाओ” पर प्रार्थना नृत्य के साथ हुआ।
संगीत दिलों को जोड़ता है। कक्षा ग्यारहवीं के गायक मंडल ने स्वागत गीत और थीम गीत “As you step into the world so wide के साथ वरिष्ठों का स्वागत किया। दक्ष नृत्यांगनाओं ने गोवा, फ्लेमिंगो और फ्री स्टाइल नृत्यों से युक्त शानदार फुट टैपिंग डांस से मंच पर धूम मचा दी। स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. सिस्टर लिली ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि “यह बदलाव का क्षण है। जैसे-जैसे आप केजी की छात्राओं से बारहवीं पार करने वाली सुंदर महिलायें बनने का सफ़र तय किया है, आप न केवल ज्ञान में बल्कि चरित्र, शक्ति, बुद्धि और शालीनता में भी बढ़ी हैं। जब आप इस भव्य प्रांगण के द्वार से बाहर कदम रखें, तो याद रखें कि शिक्षा केवल अकादमिक नहीं है, बल्कि चरित्र लचीलापन और बदलती दुनिया के अनुकूल होने की क्षमता भी है। स्कूल के आदर्श वाक्य “Virtue Alone Ennobles” को आपको दिशा दिखाने वाला कम्पास बनाएं। छात्रों ने एक ऑर्केस्ट्रा के माध्यम से अपने वरिष्ठों के प्रति अपने प्यार और प्रशंसा का प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने उनके लिए विशेष रूप से चुने गए भावपूर्ण गीत गाए। प्रिंसिपल डॉ. सिस्टर लिली द्वारा कक्षा XII के स्नातक छात्रों को विशेष पुरस्कार दिए गए। समापन समारोह का विषय था Adieu to the Grand Pavillion of SJC जिसमें दर्शाया गया कि कैसे स्वर्णिम चक्रों वाला समय का दिव्य रथ अनंत काल तक घूमता रहता है, तथा हमें एक सुंदर और सार्थक जीवन की ओर ले जाता है। आज विद्यार्थी जो कदम उठाएंगे, वही तय करेंगे कि उनका भविष्य कैसा होगा।
निवर्तमान विद्यार्थियों द्वारा केजी से कक्षा 12वीं तक के अपने विद्यार्थी जीवन के यादगार क्षणों को दर्शाती एक हृदयस्पर्शी पीपीटी प्रस्तुत की गई। कक्षा 12वीं की आरुषि सिंह बैस तथा हानिया कुरैशी ने स्कूल में बिताए अपने चौदह वर्षों के सफर को याद करते हुए अपने अनुभव तथा भावनाएं व्यक्त कीं। सभी निवर्तमान विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का समापन विद्यालय की प्रधान मंत्री आरुषि सिंह बैस द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।