दस महत्वपूर्ण सामाजिक क्रांतियों से देश में विकास का मध्यप्रदेश मॉडल बना उदाहरण – मुख्यमंत्री चौहान
मध्यप्रदेश में लोकतंत्र की परिभाषा को किया गया जीवंत
लाड़ली बहनों को लाभान्वित कर सार्थक हुआ मेरा मुख्यमंत्री बनना
मुख्यमंत्री जन आवास योजना से मिलेगा सभी को आवास, कोई नागरिक बिना छत नहीं रहेगा जो परिवार आयकर दाता नहीं, अन्य स्वास्थ्य सुविधा नहीं लेते, वे सभी आयुष्मान योजना के पात्र होंगे
प्रदेश में प्रत्येक 50 परिवार पर होगा एक जन सेवा मित्र
डबल इंजन सरकार प्रदेश को सच्चे अर्थों में रिफोर्म, परफोर्म और ट्रांसफोर्म कर रही है
मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण कर, ली परेड की सलामी
वर्ष 2030 तक विभिन्न क्षेत्रों में लक्ष्य प्राप्ति के लिए जनता के सामने रखा विजन
सुखदेव सिंह अरोड़ा,भोपाल।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सभी नागरिकों को पक्का मकान मिलेगा। कोई परिवार बिना छत के नहीं रहेगा। आवास प्लस में जो लोग शामिल नहीं हैं उन हितग्राहियों को भी योजना में शामिल किया जाएगा, मुख्यमंत्री जन आवास योजना बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में बचे हुए परिवारों को भी जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें उपचार की सुविधा मिल सके। जो परिवार इनकम टैक्स नहीं देते या अन्य किसी माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं लेते उन सभी परिवारों को आयुष्मान योजना सम्मिलित किया जाएगा। मध्य प्रदेश में आयुष्मान योजना में 3 करोड़ 50 लाख से अधिक नाम जोड़े गए हैं।
परेड में 18 टुकड़ियाँ, लाड़ली बहना और लाड़ली सेना दल की सदस्य भी शामिल हुईं
स्वतंत्रता दिवस परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा की सहायक पुलिस आयुक्त इंदौर सोनाक्षी सक्सेना ने किया। सहायक परेड कमांडर की भूमिका उप पुलिस अधीक्षक एटीएस भोपाल राहुल कुमार सैयाम ने निभाई। परेड में पुलिस बैण्ड सहित कुल 18 टुकड़ियों ने भाग लिया। इनमें राजस्थान प्रदेश पुलिस बल, विशेष सशस्त्र बल (उत्तरी जोन), महिलाओं का विशेष सशस्त्र बल, जिला बल एवं रेल की संयुक्त टुकड़ी, हॉकफोर्स, एसटीएफ, जिला पुलिस बल, जेल विभाग, शासकीय रेल पुलिस, नगर सेना (होमगार्ड), एन.सी.सी.(सीनियर विंग गर्ल्स), एन.सी.सी.(सीनियर डिवीजन), गाइड गर्ल्स, स्काउट्स बॉयज, शौर्या दल, लाड़ली बहना तथा अश्वारोही दल शामिल है। लाड़ली बहनों के साथ लाड़ली बहना सेना की सदस्य एक गणवेश में अनुशासन के साथ परेड में शामिल हुईं।
इस वर्ष के राष्ट्रपति पदक प्राप्तकर्ता
मुख्यमंत्री चौहान ने राष्ट्रपति पदक प्राप्त 64 अधिकारियों / कर्मचारियों एवं अन्य दो विभूतियों को पदक प्रदान किये। सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक कुमारी अंजली बघेल दतिया, उत्तम जीवन रक्षा पदक श्रीमती किरण बैगा सीधी को प्रदान किया गया। जीवन रक्षा पदक श्री बृजेश कुमार साहू प्रधान आरक्षक 26 थाना सिविल लाइन हरदा को प्रदान किया गया।
वीरता के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक- पुलिस अधीक्षक शाजापुर श्री यशपाल सिंह राजपूत, उपायुक्त झोन-। नगरीय पुलिस इंदौर श्री आदित्य मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिवनी (सेवानिवृत्त) श्री श्याम कुमार मरावी, निरीक्षक टीमनी थाना हरदा श्री सुशील पटेल, निरीक्षक हॉकफोर्स बालाघाट श्री अंशुमान सिंह चौहान, निरीक्षक एसआईबी पु.मु. भोपाल श्री सलीम खान, निरीक्षक एसआईबी श्री शिव कुमार मरावी, सहायक उप निरीक्षक हॉक फोर्स श्री अतुल कुमार शुक्ला, प्रधान आरक्षक एसआईबी श्री शेख रसीद तथा प्रधान आरक्षक हॉक फोर्स श्री राजकुमार कोल को प्रदान किया गया।
विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रबंध) पुलिस मुख्यालय भोपाल श्री आलोक रंजन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन श्री दिनेश चन्द सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (चयन/भर्ती) श्री संजीव शमी, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (पदेन सचिन) म.प्र. शासन गृह विभाग श्री संजय तिवारी, उप पुलिस महानिरीक्षक/विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी श्री अंशुमान सिंह, सेवानिवृत्त सहायक सेनानी 7वीं वाहिनी विसबल भोपाल श्री रामकीर्ति शुक्ला, उप निरीक्षक (एम) पुमनि कार्यालय देहात भोपाल श्री घनश्याम राहुल, प्रधार आरक्षक 87 दूसरी वाहिनी विसबल ग्वालियर श्री टेक सिंह बिष्ट, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक दूसरी वाहिनी विसबल ग्वालियर श्री राम सिया बघेल को प्रदान किया गया।
सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट जोन श्री संजय कुमार, निदेशक एफएसएल मुख्यालय भोपाल श्री शशिकांत शुक्ला, उप पुलिस महानिरीक्षक योजना पुलिस मुख्यालय श्री सुनील कुमार जैन, जोनल पुलिस अधीक्षक एस.बी. उज्जैन श्री सुनील कुमार मेहता, पुलिस अधीक्षक ई.ओ.डब्ल्यू. रीवा श्री वीरेन्द्र जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धार श्री देवेन्द्र कुमार पाटीदार, पुलिस उपायुक्त झोन-02 इंदौर श्री राजेश व्यास, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन श्री अनिल कुमार विश्वकर्मा, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त जबलपुर श्री संजय साहू, सहायक पुलिस महानिरीक्षक, रेडियो मुख्यालय भोपाल श्री सुनील दत्त छौकर, ए.सी.पी. कोतवाली, भोपाल श्री नागेन्द्र पटेरिया, डी.एस.पी. पीटीएस, उमरिया श्री मोहम्मद इसरार मंसूरी, उप पुलिस अधीक्षक, पुलिस रेडियो प्रशिक्षण शाला, इंदौर श्री राजिन्दर सिंह वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक, थाना यातायात, छिन्दवाड़ा श्री रामेश्वर प्रसाद चौबे, का.वा. उप पुलिस अधीक्षक एस.सी.आर.बी. पुलिस मुख्यालय भोपाल श्री मनोज सिंह राजपूत, निरीक्षक, लोकायुक्त, उज्जैन श्री बसंत श्रीवास्तव, निरीक्षक, सी. आई.डी. पुलिस मुख्यालय भोपाल श्रीमती नीता चौबे, निरीक्षक, (एम)/ स्टेनो, पी.आर.टी. एस. इंदौर श्री संजय कुमार मोरे, निरीक्षक (एम)/ स्टेनो, पुलिस अधीक्षक, कार्यालय, नर्मदापुरम श्री उल्हास जगताप, उप निरीक्षक रेडियो 2री वाहिनी विसबल, ग्वालियर श्री छवि लाल क्षेत्री, सूबेदार (एम) ऑडिट शाखा, पुलिस मुख्यालय भोपाल श्री शेष नारायण पाण्डेय,सूबेदार (एम) ऑफिस ऑफ डीजीपी कार्यालय पुलिस मुख्यालय, भोपाल श्री आशीष सक्सेना, सूबेदार (एम) सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल (सेवानिवृत्त) श्री प्रेम नारायण त्रिवेदी, सूबेदार (एम) प्रशासन शाखा जी.बी. पुलिस मुख्यालय भोपाल (सेवानिवृत्त) श्रीमती चन्द्रा दुबे, सउनि कोतवाली, उज्जैन श्री चन्द्रभान सिंह चौहान, सउनि 29वीं वाहिनी विसबल दतिया श्री रामेश्वर दयाल यादव, का.वा. सउनि डी.आर.पी. लाईन शाजापुर श्री राजेश कुमार द्विवेदी, प्रधान आरक्षक 25वीं वाहिनी विसबल, भोपाल श्री राजेन्द्र श्रीवास, प्रधान आरक्षक पुलिस अकादमी, भौंरी श्री नारायण बहादुर थापा, प्रधान आरक्षक 324, 9वीं वाहिनी विसबल, रीवा श्री दिलीप कुमार सिंह, प्रधान आरक्षक पुलिस अधीक्षक, कार्यालय ग्वालियर श्री सुरेन्द्र कुमार भटेले, प्रधान आरक्षक लोकायुक्त ग्वालियर श्री धनंजय कुमार पाण्डेय तथा का.वा. प्रधान आरक्षक 544., 23वीं वाहिनी विसबल भोपाल श्री रवि भूषण वर्मा को प्रदान किया गया।
जेल विभाग में सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक लेखापाल जेल मुख्यालय, भोपाल श्री अनंत कुमार पाण्डेय, कशीदाकारी शिक्षक,केन्द्रीय जेल, भोपाल श्रीमती नीना श्रीवास्तव, मुख्य प्रहरी जिला जेल झाबुआ श्री भारत सिंह कनास्या, मुख्य प्रहरी उज्जैन श्री सुनील कुमार रणधीर तथा प्रहरी केन्द्रीय जेल भोपाल श्री आशाराम यादव को प्रदान किया गया।
नगर सेना तथा नागरिक सुरक्षा के लिए विशिष्ठ सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक स्वयंसेवी कंपनी हवलदार मेजर क्रं-33 होमगार्ड जिला नर्मदापुरम श्री राम नाथ वर्मा और डिवीजनल वार्डन सिविल डिफेन्स जिला भोपाल श्री रनदीप जग्गी को प्रदान किया गया।
नगर सेना तथा नागरिक सुरक्षा के लिए सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक स्वयंसेवी प्लाटून कमाण्डर क्रं-143 होमगार्ड जिला धार श्री विश्राम सिंह चौहान, स्वयंसेवी, सैनिक क्रं-158 होमगार्ड जिला शाजापुर श्री नासिर अली, स्वयंसेवी कंपनी क्वार्टर मास्टर क्रं-112 होमगार्ड जिला बालाघाट श्री भीषम सिंह सूर्यवंशी और स्वयंसेवी सैनिक क्रं-70 होमगार्ड जिला शाजापुर श्री अनिल सोनी को प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आजादी के अमृतकाल में 21वीं सदी का एक समर्थ और समृद्ध भारत आकार ले रहा है। दुनिया भारत की ओर देख भी रही है और भारत से सीख भी रही है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ जनता की जिन्दगी बदलना मध्यप्रदेश सरकार का मिशन है। देश के 140 करोड़ लोगों के साथ ही दुनिया के 100 देशों को कोविड से बचाव की वैक्सीन उपलब्ध करवाने में प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से हम सभी परिचित हैं। आज हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। भारत का मंत्र है, हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन कोई हमें छेड़ेगा तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं।
स्वर्णिम मध्यप्रदेश के लिए हमारा संकल्प, वर्ष 2030 तक हासिल करेंगे नई उपलब्धियाँ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भविष्य के नए मध्यप्रदेश के निर्माण का सपना पूरा करने के संकल्प के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वर्ष 2030 तक नई उपलब्धियाँ हासिल करने का लक्ष्य है। मध्यप्रदेश को फिर टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है। प्रदेश में इंसान की जिंदगी बेहतर बनाने के साथ ही वन्य प्राणियों के संरक्षण का अभियान जारी रहेगा। आत्मनिर्भर और विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री सामुदायिक युवा नेतृत्व विकास कार्यक्रम, चीफ मिनिस्टर्स यंग प्रोफेशनल्स फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम, पेसा समन्वयक और मुख्यमंत्री जन सेवा मित्र से राज्य सरकार युवाओं को भागीदार बना रही है।
वर्ष 2030 तक लक्ष्य प्राप्ति के संकल्प के प्रमुख बिन्दु
मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था का आकार हम 45 लाख करोड़ रुपए की ऊँचाई तक पहुँचाएंगे।
मध्यप्रदेश के एक करोड़ से अधिक लोगों को ग़रीबी की रेखा से ऊपर लेकर आएंगे।
प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय को हम दोगुना कर देंगे। इसे वर्तमान एक लाख 40 हजार के स्थान पर 2 लाख 80 हजार तक ले जाया जाएगा।
राज्य के कुल कृषि उत्पादन को बढ़ाकर 10 करोड़ मीट्रिक टन के स्तर तक ले जाएंगे।
हर किसान के खेत के अंतिम छोर तक भरपूर सिंचाई सुविधा मिलेगी। सिंचाई क्षमता को 65 लाख हेक्टेयर तक पहुँचा दिया जाएगा।
घर हो या फिर उद्योग या खेती, सब बिजली से रोशन रहेंगे। प्रदेश की ऊर्जा क्षमता वर्तमान के 29 हजार मेगावॉट से बढ़कर 38 हजार मेगावॉट से भी अधिक की जाएगी।
प्रदेश में एक लाख किलोमीटर लंबाई की नई सड़कों का जाल बिछा दिया जाएगा।
सभी जिला मुख्यालयों को 4 लेन सड़कों से जोड़ा जाएगा। सभी नगरीय निकायों को 2 लेन सड़कों से जोड़ दिया जाएगा।
प्रदेश के सभी शासकीय मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।
हर विकासखण्ड मुख्यालय पर कम से कम 30 बिस्तरीय सर्वसुविधायुक्त अस्पताल की सुविधा मिलेगी।
मातृ मृत्यु दर को घटाकर 100 प्रति लाख तक और शिशु मृत्यु दर को घटाकर 35 प्रति हजार तक लाया जाएगा।
मध्यप्रदेश की धरती से कुपोषण के कलंक को पूरी तरह मिटा दिया जाएगा।
राज्य सरकार 6 हजार से अधिक सर्वसुविधायुक्त सी.एम. राइज स्कूलों का संचालन प्रारंभ कर देगी।
सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लगभग 25 हजार रिक्त पद भर दिए जाएंगे।
मध्य प्रदेश के 45 हजार आँगनवाड़ी केंद्रों को प्री- प्रायमरी स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रत्येक विकासखण्ड में कम से कम एक सरकारी कॉलेज होगा, जिससे विद्यार्थियों को अपने घर के नजदीक ही उच्च शिक्षा की सुविधा मिल सकें।
महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों की संख्या वर्तमान 53 लाख से बढ़ाकर 65 लाख और महिला स्व-सहायता समूहों की संख्या को वर्तमान 04 लाख 20 हजार से बढ़ाकर 5 लाख 10 हजार किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में 200 करोड़ रुपए के निवेश से एक हजार से अधिक एफ.पी.ओ. गठित किए जाएंगे।
प्रदेश में महिलाओं की न्यूनतम आय 10 हजार रुपए प्रतिमाह तक पहुँचाने के लिए ठोस रणनीति बनाकर काम किया जाएगा।
मेक इन मध्यप्रदेश को प्रोत्साहित करते हुए हमारे निर्यात को रूपये एक लाख करोड़ तक ले जाएंगे।
भोपाल एवं इन्दौर के मध्य एक नया ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट एवं इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री जी की परिकल्पना अनुसार संपूर्ण भारत के हस्तकला, हस्तशिल्प एवं ओ.डी.ओ.पी. उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उज्जैन में 284 करोड़ रुपए की लागत से देश का पहला यूनिटी मॉल बनाया जाएगा।
मध्यप्रदेश में आई.टी. के क्षेत्र में 5 लाख नए रोज़गार के अवसर सृजित किए जाएंगे।
5-G सेवाएँ पूरे प्रदेश में उपलब्ध करा दी जाएंगी।
अमृतकाल में मध्यप्रदेश कृषि, युवा, महिला, कौशल
और ग्रीन टेक्नोलॉजी के पंचामृत की शक्ति से आगे बढ़ेगा।