भोपाल लोकायुक्त ने कोलार तहसील कार्यालय रतनपुर नायब तहसीलदार शिवांगी खरे के बाबू लक्ष्मी नारायण मिश्रा और बैरागढ़ चीचली नायब तहसीलदार आदित्य झांगले के बाबू सौदान सिंह को दो अलग-अलग शिकायतों में रिश्वत लेते हुए एक ही कार्यालय में एक साथ एक ही समय रंगे हाथ पकड़ा।
लोकायुक्त टीम ने सौदान सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा
लोकायुक्त टीम ने लक्ष्मीनारायण मिश्रा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा
भोपाल पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त संगठन भोपाल के कार्यालय में दो अलग-अलग फरियादियों ने तहसील कार्यालय के बाबू द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत आई थी।पहले मामले में ओम प्रकाश मीणा ने शिकायत की थी के उनके परिचित तहसील कोलार रहवासी के नामांतरण का प्रकरण तहसीलदार शिवांगी खरे के कोर्ट में 3 महीने से लंबित है। प्रकरण का आदेश निकालने के लिए तहसीलदार कार्यालय में पदस्थ बाबू लक्ष्मी नारायण मिश्रा 50000 रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है और दूसरे प्रकरण में राज कुमार पाटीदार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह खेती किसानी के अलावा वकालत की प्रैक्टिस करता है।मीना विष्ट निवासी नयापुरा कोलार की भूमि नामांतरण का केस वकील पंकज श्रीवास्तव ने तहसीलदार बैरागढ़ चीचली आदित्य झांगले के यहां लगाया था,जिसकी फाइल पेंडिंग थी।प्रकरण का आदेश कराने के बदले में तहसीलदार झांगले के कार्यालय में पदस्थ बाबू सौदान सिंह 15000 की रिश्वत मांग कर रहा है।दोनों मामलों की लोकायुक्त एसपी ने जांच करवाई जिसे सही पाया गया। लोकायुक्त की टीम ने कोलार तहसीलदार खरे के रीडर लक्ष्मी नारायण मिश्रा को 50000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा और दूसरे मामले में बैरागढ़ चीचली तहसील कार्यालय मैं आरोपी बाबू सौदान सिंह को 12000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा लोकायुक्त की कार्यवाही जारी है।