रिमझिम बारिश के बीच हजारो की संख्या जतिन को सुनने गार्डन पहुँचे लोग
भोपाल सुखदेव सिंह अरोड़ा। सिंधी अबाड़ी बोली, मिठड़ी असा जी बोली…जैकों सिन्धियूँन जो भगवान आ जैसे अनेक सिंधी गीत जैसे ही ड्रम की बीट पर म्यूज़िक से गूंजे तो पूरा गार्डन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा… मौक़ा था सिंधु सेना द्वारा लालघाटी स्थित स्वागत गार्डन में आयोजित एक शाम सिन्धियत के नाम कार्यक्रम का। जिसमे मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय युवा गायक जतिन उदासी को आमंत्रित किया गया था। हाई वॉल्ट म्यूजिक व रंग बिरंगी लाइटो के बीच बने विशाल मंच पर जैसे ही जतिन का आना हुआ वैसे ही दर्शकों ने जतिन उदासी का खड़े होकर अभिवादन किया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल की आरती से की गई, उसके बाद हेमू कालाणी पर आधारित नाटक का मंचन किया गया। साथ ही अजमेर से आये हुये नन्हे कलाकार हर्षल चांदवानी द्वारा द्वारा एक से सिंधी गीतों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मोह लिया। उसके बाद मंच पर जतिन उदासी ने एक के बाद एक सिंधी सूफी कलाम गा कर गार्डन में उपस्थित लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया, इस दृश्य को देख ऐसा लग रहा था जैसे चारो तरफ स्वागत गार्डन में सिन्धियत का जादू छाया हो, हर कोई व्यक्ति जतिन उदासी के इस लाइव कॉन्सेप्ट को अपने कैमरे में कैद करता हुआ दिखाई दे रहा था। कार्यक्रम के अंत में सिंधु सेना के अध्यक्ष राकेश कुकरेजा द्वारा आये हुये अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन दीपेश रामचंदानी द्वारा किया गया।