भोपाल। नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत क्राइम ब्रांच भोपाल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नशीली दवाइयों की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर 510 प्रतिबंधित नाइट्रावेट-10 गोलियां जब्त कीं, जिनकी कीमत लगभग 25 हजार रुपये बताई जा रही है। कार्रवाई के दौरान आरोपियों के पास से गोलियों की खेप मिली और बरखेड़ी स्थित एक मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
विश्वसनीय मुखबिर से मिली सूचना पर क्राइम ब्रांच ने टी.टी. नगर क्षेत्र के अंबेडकर ग्राउंड, टीन शेड के पास घेराबंदी कर एक युवक को पकड़ा। आरोपी की पहचान अनस अब्दुल उर्फ कल्लू (22), निवासी अंबेडकर नगर के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास से नाइट्रावेट-10 दवा की 15 पत्तियां (150 गोलियां) बरामद हुईं। पूछताछ में अनस ने खुलासा किया कि वह जेल में मिले साथी विशाल उर्फ रफ्तार बिटौरे (24), निवासी अन्ना नगर गोविंदपुरा से यह गोलियां लाया था।
इसके बाद पुलिस ने गोविंदपुरा में घेराबंदी कर विशाल को पकड़ा। तलाशी में उसके पास से 5 पत्तियां (150 गोलियां) मिलीं। विशाल ने पूछताछ में बताया कि यह गोलियां उसे रवि साहू (35), निवासी बरखेड़ी थाना जहांगीराबाद उपलब्ध कराता है। रवि की मेडिकल दुकान माँ मेडिकल स्टोर की तलाशी में 210 गोलियां (7 पत्तियां) मिलीं। पुलिस ने सभी दवाइयां जब्त कर मेडिकल को सील कर दिया।
आरोपियों का अपराध रिकॉर्ड
अनस अब्दुल पर कमला नगर और टी.टी. नगर थानों में आबकारी एक्ट, आर्म्स एक्ट और मारपीट सहित दो दर्जन से ज्यादा अपराध दर्ज हैं। विशाल उर्फ रफ्तार पर गोविंदपुरा थाने में आबकारी एक्ट, जुआ एक्ट और झगड़े के कई मामले दर्ज हैं। रवि साहू मेडिकल स्टोर संचालक है, जिस पर अभी कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
कैसे करते थे काम?
एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के अनुसार आरोपी दवाइयों को सस्ते में खरीदकर महंगे दामों पर बेचते थे। जेल में अनस और विशाल की मुलाकात हुई थी। बाहर आने के बाद दोनों ने मिलकर नशीली दवाइयों का अवैध व्यापार शुरू कर दिया।