-समाज में एक सकारात्मक क्रांति का वाहक बना गया है सीसीएफ – नरेन्द्र शिवाजी पटेल
-विचार ही हमारी सफलता का आधार है
-डॉ. राघवेन्द्र शर्मा
भोपाल। सेवा और उच्च विचार में वह ताकत होती है, जिससे ईश्वर भी प्रभावित हो जाते हैं। इन्हीं पवित्र और सशक्त विचारों के साथ चाइल्ड कन्जर्वेशन फाउंडेशन की नींव रखी गई थी। आज यह फाउंडेशन समाज में एक सकारात्मक क्रांति का वाहक बनता जा रहा है। जब लोग किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए एकजुट होते हैं, तो एक महान संगठन की नींव अपने आप तैयार हो जाती है। “आज श्रेष्ठ विचारों के साथ काम करने वालों की संख्या कम होती जा रही है। लेकिन अगर हम सब मिलकर काम करें, तो न केवल समाज बदलेगा, बल्कि बच्चों का भविष्य भी उज्ज्वल होगा।” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में अभूतपूर्व बदलाव देखने को मिले हैं। उन्होंने देश को गुलामी की मानसिकता से बाहर निकालने का जो कार्य किया है, वह प्रेरणास्पद है। उक्त बात प्रदेश शासन के मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने चाइल्ड कन्जर्वेशन फाउंडेशन द्वारा रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन, भोपाल में आयोजित दो दिवसीय 250वें राष्ट्रीय वेबिनार के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चाइल्ड कन्जर्वेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र शर्मा ने कहा कि सेवा के लक्ष्य को लेकर पांच साल पहले शुरू हुआ हमारी संस्था का कारवां आज बढ़ता जा रहा है। हमारा कार्य क्षेत्र संपूर्ण भारत में पहुंचने वाला है। यह सफलता हमारे विचार से सामने आया है। सेवाभाव का विचार ही हमारी सफलता का आधार है।
प्रदेश शासन के मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा कि चाइल्ड कन्जर्वेशन फाउंडेशन की स्थापना जिन मूल विचारों और कार्यपद्धति के साथ हुई थी, वह आज अपने लक्ष्यों की ओर दृढ़ता से अग्रसर है। संस्था का उद्देश्य केवल बच्चों की रक्षा करना ही नहीं, बल्कि उनके सर्वांगीण विकास को भी सुनिश्चित करना है और यही सोच संस्था को समाज में एक विशिष्ट स्थान दिला रही है। “यदि हम बच्चों के संरक्षण और संवर्धन के लिए काम कर रहे हैं, तो यह हमारी जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है। बच्चों का स्वास्थ्य, उनका पोषण, और उनका सुरक्षित वातावरण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो प्रयास किए जा रहे हैं, यदि उसमें संस्था का योगदान भी जुड़े, तो यह प्रयास और अधिक प्रभावशाली हो सकते हैं।” वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों के स्वास्थ्य और विकास को लेकर कई योजनाएं और मिशन सक्रिय हैं। जब निस्वार्थ भाव से सेवा की जाती है, तो उसके सार्थक परिणाम अवश्य सामने आते हैं। सेवा अधिकतर शासकीय संस्थान व विभाग करते हैं, लेकिन जब कोई गैर-सरकारी संस्था उसी दिशा में कदम बढ़ाती है, तो समाज में एक अलग प्रकार का सकारात्मक परिवर्तन देखा जा सकता है। यह प्रयास न केवल बच्चों का वर्तमान सुधारने की दिशा में है, बल्कि भविष्य की एक स्वस्थ और सशक्त पीढ़ी के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विचार ही हमारी सफलता का आधार हैं : डॉ. राघवेन्द्र शर्मा
चाइल्ड कन्जर्वेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र शर्मा ने कहा कि यह बड़े सौभाग्य की बात है कि एक ऐसी संस्था, जो बच्चों के हित में कार्य कर रही है, वह अपने कार्यक्षेत्र लगातार विस्तार कर रही है। संस्था का मानना है कि “विचार ही हमारी सफलता का आधार है“, और इसी सोच के साथ यह टीम उन लोगों के लिए कार्य कर रही है जो खुद अपने भले-बुरे को नहीं समझ पाते। “आज जब कोई व्यक्ति बच्चों को प्रलोभन देता है, तो बच्चे यह नहीं समझ पाते कि उनके साथ क्या हो रहा है। ऐसे में बच्चों को यह समझाना जरूरी है कि यह एक ‘लालच’ है जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।” अगर कोई व्यक्ति इंटरनेट पर जाकर कानून की धाराओं को पढ़े, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि बच्चों के साथ किसी भी प्रकार की खरीद-फरोख्त, प्रलोभन या शोषण एक गंभीर अपराध है। पॉस्को एक्ट, बाल श्रम निषेध कानून और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट जैसी विधिक व्यवस्थाएं बच्चों की सुरक्षा के लिए बनाई गई हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि “ऐसा लगता है कि मानवता कहां जा रही है। जिस उम्र में बच्चों को शिक्षा और स्नेह मिलना चाहिए, वहां उनके साथ व्यापार जैसा व्यवहार हो रहा है। इसे रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है।
पदाधिकारियों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान 250 वेबिनार में वक्ता के रूप में शामिल हुए विषय विशेषज्ञों व संस्था के पदाधिकारियों का सम्मान गया। संचालन संस्था के सचिव डॉ. कृपाशंकर चौबे ने किया एवं आभार अरविन्द खुरानिया ने व्यक्त किया।