किराए से प्रॉपर्टी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को साइबरक्राइम ने पकड़ा

आरोपी ठगी करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते थे जैसे कि फेसबुक इंस्टाग्राम गूगल जैसी अन्य विभिन्न साइटों पर मकान किराए पर देने का विज्ञापन डालते थे और लोगों से एडवांस राशि के नाम पर पैसे डलवा लेते थे आरोपी कॉलिंग करने के लिए अलग-अलग राज्यों की सिम कार्ड और खातों का इस्तेमाल करते थे आरोपियों ने अभी तक अलग-अलग लोगों से करीब 60 लाख रु की धोखाधड़ी करी है।वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन एवं पुलिस उपायुक्त अपराध अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एसीपी साइबर अक्षय चौधरी के दिशा निर्देशन में साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम ने ऑनलाइन हाउसिंग डॉट कॉम नाम की वेबसाइट जो कि किराए से कमरा दिलाने का फर्जी काम करके लोगों को ठगी करने वाले दो आरोपियों को पहाड़ी भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया है।

भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायतकर्ता ने लिखित में आवेदन दिया था कि मेने बेंगलुरु में रहने के लिए कमरा किराए से लेने के लिए गूगल सर्च किया था जहा मुझे ये नंबर मिला 73793 83084 जिस पर मैंने कॉल किया तो कंपनी द्वारा मुझे कमरे किराए देने के लिए बताया गया और साथ ही मुझसे एडवांस पेमेंट के लिए बोला गया फिर अलग-अलग किस्तों में मुझसे कुल 81200 रु की ठगी करी गई। शिकायतकर्ता के आवेदन की जांच में आए तथ्यों एवं बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खाता एवं लिंक मोबाइल नंबर के उपयोग करता के विरुद्ध अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।आरोपी वारदात करने के लिए विभिन्न विभिन्न सोशल मीडिया साइट जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम पर हाउसिंग डॉट कॉम और गूगल पर नंबर डालकर कमरे किराए से देने के लिए विज्ञापन डालते हैं,जब किसी को किराए पर प्रॉपर्टी लेने की जरूरत होती है तो वहां दिए गए नंबर पर कॉल करता है। इसके बाद आरोपी कमरे देने के नाम पर एडवांस राशि और तरह-तरह के चार्जेस बताकर लोगों से मोटी रकम ऐठते हैं। गिरोह कॉलिंग सीकरी भरतपुर राजस्थान से करता है एवं फ्रॉड के लिए बिहार और उड़ीसा के लोगों के खातों का इस्तेमाल करता है। गिरोह ट्रांजैक्शन की चेन तोड़ने के लिए फ्रॉड खातों में आए हुए पैसों को निकालकर अन्य खातों में ट्रांसफर कर पैसे निकाल लेते हैं।भोपाल साइबर क्राइम की टीम ने तकनीकी एनालिसिस के आधार पर पहाड़ी भरतपुर राजस्थान से दो आरोपियों मोहम्मद इमरान जोकि खाता धारक के अकाउंट से फ्रॉड राशि को निकालकर मुख्य आरोपी को देता है और दूसरा अजरूद्दीन जोकि कॉलिंग का काम करता है दोनों को गिरफ्तार कर मोबाइल फोन,सिम,बैंक के डेबिट कार्ड को जप्त किया है।आरोपियों के द्वारा घटना में इस्तेमाल किए गए बैंक खातों के बारे में विवेचना और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है जैसे किसी भी ऑनलाइन किराए से कमरा लेने के लिए गूगल पर नंबर सर्च ना करें, सोशल मीडिया पर विज्ञापन को अच्छी तरह जांच लें, किसी भी अननोन वेबसाइट से कोई एप्लीकेशन डाउनलोड ना करें,किसी के साथ ओटीपी, सीवीवी, पासवर्ड, पिन शेयर ना करें,ऑनलाइन फोन पर दिए गए लुभावने ऑफर के लालच में ना पड़े,किसी भी ऑनलाइन लिंक पर क्लिक ना करें, कैशबैक या रिवार्ड्स के नाम पर मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल ना करें।अगर किसी के साथ कभी घटना घटित होती है तो भोपाल साइबर क्राइम के हेल्पलाइन नंबर पर 94799 90636 पर या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके सूचना दें।

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