क्राइम न्यूज,भोपाल।
क्राइम ब्रांच भोपाल की साइबर टीम ने एक संगठित ठगी गिरोह के तीन सदस्यों को इंदौर और होशंगाबाद से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह एन.जी.ओ. में डोनेशन दिलाने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये ठग रहा था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राकेश यादव (51, इंदौर), दिलीप सुजाने (29, इंदौर, मूल निवासी बैतूल), और अजय यादव (25, होशंगाबाद) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के अनुसार, शिकायतकर्ता ने 18 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी की रिपोर्ट दर्ज की थी। जांच में पता चला कि आरोपियों ने पीड़ित को 20 करोड़ रुपये का डोनेशन दिलाने का लालच देकर भोपाल और इंदौर में मुलाकात की और धोखाधड़ी को अंजाम दिया। ठगी की राशि हासिल करने के बाद आरोपियों ने अपने फोन बंद कर संपर्क तोड़ लिया।
साइबर टीम ने तकनीकी जानकारी के आधार पर आरोपियों के मोबाइल नंबर और बैंक खातों का पता लगाया। इसके बाद इंदौर के खजराना और किशनगंज थाना क्षेत्रों तथा होशंगाबाद के बाबई में छापेमारी कर तीनों को हिरासत में लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह एक सुनियोजित गिरोह था, जो एन.जी.ओ. से मीटिंग करवाने के बहाने पीड़ितों को फंसाता था।
मामले में धारा 319(2), 318(4) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया गया था, जिसके बाद सबूतों के आधार पर धारा 61(2), 238 बीएनएस भी जोड़ी गई। पुलिस के अनुसार, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों में राकेश यादव आर्ट गैलरी संचालक, दिलीप सुजाने प्राइवेट जॉब करने वाला, और अजय यादव प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाला छात्र है। तीनों ने ठगी की राशि में से अपना हिस्सा लिया था।