अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सिलसिले में आज रोहित नगर, भोपाल स्थित “अपना घर वृद्धाश्रम में एम्स भोपाल के आयुष विभाग द्वारा आसन, प्राणायाम और निर्देशित ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एम्स के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर डॉ अजय सिंह के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए विभिन्न आउटरीच कार्यक्रमों के तहत आयोजित किया गया था। डॉ सिंह का मानना है कि योग दिवस का मुख्य उद्देश्य सामान्य जन तक योग की पहुँच को बनाना है। समाज के हर वर्ग को योग के लाभों से परिचित कराकर, अपनी दैनिक गतिविधि में योग को शामिल करने के लिए प्रेरित करना ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। उनके मार्गदर्शन में सत्र के माध्यम से शांति, धैर्य और स्रेह जैसे गुणों को विकसित करने पर जोर दिया गया, जो बुजुर्गों के लिए अतिआवश्यक हैं। उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का घनत्व कम होता जाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। जोड़ भी सख्त हो जाते हैं और खासकर गठिया और अन्य गतिशीलता संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए स्वतंत्र रूप से हिलना-डुलना मुश्किल हो जाता है। योग का नियमित अभ्यास हड्डियों के इस नुकसान को रोक सकता है या धीमा कर सकता है। साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़े दर्द से राहत दिला सकता है। यह टखनों, घुटनों, कूल्हों, पीठ और कलाई में जोड़ों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत भी करता है, जो शरीर को चलते रहने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम में बुजुर्गों की सेहत के अनुरूप सामूहिक कल्याण और आध्यात्मिकता का वातावरण बनाते हुए संक्षिप्त प्रार्थना, सही मुद्रा बनाए रखने का मार्गदर्शन, मन और हृदय को केंद्रित करने के लिए जप अभ्यास, निर्देशित ध्यान, दृश्यकरण अभ्यास, आसन, प्राणायाम आदि कराए गए। सत्र का सञ्चालन आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक चंचल सूर्यवंशी तथा शरीर क्रिया विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. वरुण मल्होत्रा ने किया। आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ दानिश जावेद ने धन्याद ज्ञापन किया।