सुखदेव सिंह अरोड़ा,भोपाल।
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह लोगों के संपूर्ण स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग हैं। उनका मानना है कि लोगों को अपनी दिनचर्या अपनी जीवन शैली इतनी व्यवस्थित और संतुलित रखनी चाहिए जिससे बीमारियां आसपास फटक भी ना सकें। अपनी दिनचर्या में योग को अपना कर स्वस्थ जीवन व्यतीत किया जा सकता है। प्रोफेसर अजय सिंह के प्रयासों से आज एम्स भोपाल के आयुष विभाग में हर सप्ताह 300 से भी अधिक लोग जिसमे 9 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के व्यक्ति शामिल हैं, योग करने के लिए आते हैं। इन लोगों में 90% लोग स्पॉन्डिलाइटिस, सर्वाइकल, डायबिटीज, आर्थराइटिस और उच्च रक्तचाप जैसी समस्या से परेशान हैं। किंतु योग को अपनाकर इन सभी लोगों ने अपनी बीमारी पर काफी हद तक काबू पा लिया है।
आयुष विभाग में 50 से ज्यादा लोग सुबह 7 बजे से 8 बजे तक योगाभ्यास करके अपने आप को स्वस्थ रख रहे है। आयुष विभाग के सीनियर मेडिकल ऑफिसर का कहना है की आयुष विभाग में उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं और उपचार मिलने के कारण लोगों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है। योग प्रशिक्षक चंचल सूर्यवंशी ने बताया की योग अभ्यास का सत्र करने के लिए लोग मध्यप्रदेश के हर कोने से आ रहे है। लगातार रोगियों को इससे लाभ होने से वो दूसरे लोग को भी प्रोत्साहित कर रहे है। एम्स भोपाल का उद्देश्य है की सभी व्यक्ति इस भारतीय परंपरा से विकसित योग विद्या का लाभ लेकर अपने आप को हमेशा निरोग रखें।
अस्पताल परिसर में समर्पित योग चिकित्सा क्लीनिक स्थापित करने की योजनाएँ चल रही हैं, जहाँ मरीज़ अपनी विशिष्ट स्वास्थ्य आवश्यकताओं के अनुरूप व्यक्तिगत योग नुस्खे प्राप्त कर सकते हैं। विभिन्न चिकित्सा स्थितियों में योग की चिकित्सीय क्षमता की खोज करने वाले विभिन्न पहलुओं पर शोध कार्य भी चल रहा है। जिसके द्वारा साक्ष्य- आधारित चिकित्सा में इसके एकीकरण के लिए मजबूत वैज्ञानिक साक्ष्य प्रस्तुत किये जा सकेंगे। योग को अपनाकर निश्चित ही मनुष्य एक स्वस्थ एवं संतुष्ट जीवन व्यतीत कर सकता है।