सुखदेव सिंह अरोड़ा,भोपाल।
भोपाल के चौक निवासी बुजुर्ग स्वतंत्रता सैनानी से मिलने पहुंचे मंत्री सारंग।
मंत्री सारंग ने बुजुर्ग महिला नारायणी बाई अग्रवाल का लिया आशीर्वाद।
आइसक्रीम खाते-खाते बुजुर्ग महिला के साथ बैठ कर मंत्री सारंग ने सुने स्वतंत्रता की लड़ाई के किस्से।
इस दौरान मंत्री सारंग ने कहा, आज से हमने प्रचार की शुरुआत कर दी है।
हमरे लिए सौभाग्य की बात है कि भोपाल ऐसी स्वतंत्रता सेनानी है जिन्होंने भारत को स्वतंत्र करने में अपना योगदान दिया।
नारायणी बाई अग्रवाल के पति भी स्वतंत्रता संग्राम सैनानी थे।
इन्होंने हमे सौभाग्य दिया कि हम स्वतंत्र भारत में जी सके।
इसलिए ऐसे बुजुर्गों के आशीर्वाद से ही चुनाव प्रचार की शुरुआत की है।
मंत्री सारंग में नरेला विधानसभा और एमपी में भाजपा की जीत का दावा करते हुए 150 से अधिक सीटें जितने का दावा किया है।93 वर्ष है बुजुर्ग नारायणी बाई अग्रवाल की उम्र।
दो बार भारत के राष्ट्रपति सम्मानित कर चुके है नारायणी बाई को।
कांग्रेस की लिस्ट में हो रही देरी पर मंत्री सारंग ने कहा, इतनी आसानी से कहां कांग्रेस की लिस्ट आएगी।
उन्होंने कहा कांग्रेस में टिकटों की लगती है बोली।
कांग्रेस में नहीं बनते बिना बोली के कोई भी उम्मीदवार।
कांग्रेस में जिसकी बोली सबसे ज्यादा वही बनता है प्रत्याशी।
कमलनाथ के ट्वीट पर मंत्री सारंग का पलटवार, कहा – इज कांग्रेस के संस्कार हैं, इसे दुर्भाग्यपूर्ण और कुछ नहीं हो सकता।
राजनीति के प्रतिद्वंदाता में कमलनाथ और किस स्तर तक जाएंगे।
जीते जी व्यक्ति का श्राद्ध मानने से ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और कुछ नहीं होगा, यह हिंदू संस्कृति नहीं है।
कमलनाथ ने सीएम शिवराज के साथ ही पित्रों का भी किया है अपमान।
यह दिन पित्रों को याद और श्रद्धांजलि देने वाले हैं।
इटली की संस्कृति में पढ़ने और बढ़ाने वाले कमलनाथ क्या जाने पित्रों का क्या महत्व होता है।
कमलनाथ का बयान दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।