भारतीय संविधान निर्माता एवं रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के संस्थापक डा बाबासहाब आम्बेडकर जी की 66 वे महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर तुलसीनगर भोपाल में श्रद्धाजंली सभा का आयोजन आरपीआई (आंबेडकर) के राष्ट्रीय महासचिव डा मोहनलाल पाटील की प्रमुख उपस्थित एवं दलित बन्सोड की अध्यक्षता में संपन्न हुआ श्रध्दाजंली अर्पित करनेवालो में पुज्य भन्ते शरणकर, भिक्षुणी संघमित्रा , बी टी गजभिये, प्रकाश सोनवने, यु जी चवरे, प्रकाश रणवीर, सतीश सोमकुवर, मनोज मानिक, अशोक पाटील, दादाराव चक्रनारायण, जगदिश गजभिए, अमजद सिध्दिकी, धनराज शेन्डे, रवि तायडे, राहुल लोनारे, उमेश नारनवरे, राहुल मेश्राम, गणेश खोब्रागडे, सिध्दार्थ पाटील, किशोर कुंभारे, बाबा मुंजेवार, जे डी राऊत, अशोक कुमार पाटील, चंद्रकुमार ढोले, गोकुल लोखंडे, बापुराव ढोने, भास्कर प्रधान, वासुदेव शेन्डे, पी एस शंभरकर, भाऊराव घोघरकर, संदिप सुल्ताने, अरुण गडवे एवं कल्पना मानिक, रमा डांगे, रजंना ढेंगरे, रेखा शेन्डे, कलावती कुंभारे, इन्दुताई पाटील, संघमित्रा गजभिय , तंत्रपाळे ,माला पाटील, श्रीमती वासे, आदि ने अर्पित की।
डा मोहनलाल पाटील ने बाबासहाब के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा की किसी भी जाती या धर्म के खिलाफ बोलनेवाले लोगों से सतर्क रहकर, देश में लोकतंत्र बचाने के लिए भारत के नागरीक संविधान की रक्षा करे। कार्यक्रम के अध्यक्ष दलित बन्सोड ने कहा कि बाबासहाब ने कभी भी किसी जाती और धर्म का अपमान नहीं किया। देश के सभी नागरिको के लिए कार्य किया। बी टी गजभिये ने कहा की बाबासहाब की रिपब्लिकन विचारधारा को बहुजन और मुलनिवासी विचारधारा ने अपने निजी हित के लिए नुकसान पहुचाया है, आप उससे दुर रहे।