भोपाल/इटारसी: इटारसी रेलवे स्टेशन पर मां की नींद का फायदा उठाकर 2 साल की अबोध बालिका का अपहरण करने वाले आरोपी को जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) इटारसी ने महज 4 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। बच्ची को सकुशल बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया गया है। 28 मार्च को संतोषी ऊईके निवासी खिरकिया, जिला हरदा, ने जीआरपी थाना इटारसी में शिकायत दर्ज कराई थी कि वो पिछले 5-6 साल से इटारसी रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में भीख मांगकर गुजारा करती है। उन्होंने बताया कि 27 मार्च की रात करीब 10 बजे वह अपनी 2 साल की बेटी नेहा उर्फ परी के साथ प्लेटफॉर्म नंबर 1 के महिला वेटिंग रूम के सामने सो गई थी। सुबह 6 बजे नींद खुलने पर उसने देखा कि उसकी बेटी गायब है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी जीआरपी इटारसी ने तत्काल टीम गठित की। टीम ने रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अज्ञात आरोपी की पहचान के लिए तलाश शुरू की। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर जबलपुर आउटर की ओर वॉशिंग एरिया के पास नीली पानी की टंकी के बेसमेंट में आरोपी अनिल रघुवंशी निवासी ग्राम कोठरा, थाना शिवपुर, जिला नर्मदापुरम, को बच्ची के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने बच्ची को बरामद कर उसका मेडिकल परीक्षण कराया, जिसमें कोई चोट नहीं पाई गई। बच्ची की पहचान उसकी मां ने की और उसे सौंप दिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और बच्ची को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC), नर्मदापुरम के समक्ष अग्रिम कार्रवाई के लिए पेश करने की तैयारी है।
जीआरपी की प्रतिबद्धता
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रेल ने सभी रेल थानों को ट्रेनों में अकेली महिलाओं, वृद्धों और नाबालिगों की सुरक्षा के लिए एमपी जीआरपी हेल्प ऐप के प्रचार-प्रसार और आपात स्थिति में त्वरित सहायता के निर्देश दिए थे। इस घटना में जीआरपी ने अपनी मुस्तैदी से इन निर्देशों को सार्थक सिद्ध किया।यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि रेल यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उनकी जवाबदेही को भी रेखांकित करती है।