बैरागढ़: सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के पावन आशीर्वाद से निरंकारी मिशन के जोन 24 ए, ब्रांच बैरागढ़ में सुकून का संदेश देता बाल संत समागम आदरणीय महात्मा राजकुमार शाहनी जी की हुजूरी में रविवार को नए सत्संग भवन में संपन्न हुआ।
इस दौरान उन्होंने ने कहा कि बच्चों के जीवन में आध्यात्मिक चेतना का महत्वपूर्ण स्थान है । जिस प्रकार से एक नन्हे से पौधे के चारों ओर सुरक्षा घेरा बनाकर उसे सुरक्षित रखा जाता है, जिससे उस पौधे को कोई नुकसान न पहुंचा सके । समय बीतने के साथ वह पौधा जब पेड़ का रूप धारण कर लेता है तो उसी पेड़ से मीठे मीठे फलों के साथ ठंडी छांव भी ली जा सकती है ।ठीक उसी प्रकार अगर बच्चों को बचपन से ही आध्यात्मिक चेतना की देख-रेख में रखा जाये तो वही बच्चा आगे चलकर एक गुरसिख के रूप में निखरकर सामने आता है और उसके जीवन पर दुनिया में व्याप्त माया, मानसिक कुरीतियों, बुराइयों का कोई असर नहीं पड़ता है।संत समागम में निरंकारी संत ने कहा कि यह बच्चे देश का और निरंकारी मिशन का भविष्य है । यह बच्चे अभी से जिस प्रकार भक्ति में डूबे हुए हैं इससे यह प्रतीत होता है कि निरंकारी मिशन जवानों, बुजुर्गों सहित बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दे रहा है। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के आशीर्वाद से जोन की सभी ब्रांचों में इस तरह के आयोजन निरंतर किए जा रहे हैं, जिससे बच्चों में भक्ति के प्रति जागरुकता बढ़ रही है और इसी भक्ति के मार्ग पर चलते हुए यह बच्चे बड़े होकर माता-पिता, निरंकारी मिशन और देश का नाम रोशन करेंगे।बाल संत समागम में बच्चों द्वारा आकर्षक भक्तिमय प्रस्तुतियां दी गई । इस दौरान बड़ी संख्या में निरंकारी बाल संतों द्वारा नृत्य, नाटक और विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन कर भक्तिमय वातावरण निर्मित किया गया । बाल संतो ने समागम के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को आज में सुकून – कल में सुकून, सतगुरु के ज्ञान से – हर पल में सुकून का संदेश देते हुए नृत्य, नाटक का भी अभिनय कर निरंकारी मिशन की गतिविधियों से अवगत कराया ।
ज्ञातव्य है कि संत निरंकारी मंडल जोन 24 ए भोपाल की सभी ब्रांचो में विभिन्न कार्यक्रम जोनल इंचार्ज महात्मा अशोक जुनेजा जी के निर्देशन में निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं।
समागम के अंत में बैरागढ़ ब्रांच के संयोजक महात्मा महेश वीधानी जी द्वारा आदरणीय संत और साध संगत का आभार प्रकट किया गया। बाल संत समागम की सुंदर व्यवस्थाएं बैरागढ़ ब्रांच के संचालक अशोक नाथानी सहित सेवादल के भाई – बहनों द्वारा की गई।