भोपाल थाना गोविंदपुरा की ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क ने घर से लापता हुई नाबालिग बालिका को सुरक्षित उसके परिजनों को सोपा है। कल डायल 100 पर आईएसबीटी बस स्टैंड से रेन बसेरा ठेकेदार चंद्र प्रकाश पांडे ने सूचना दी थी की आईएसबीटी बस स्टॉप पर एक लड़की जिसकी उम्र लगभग 12-13 साल है और उसका दाहिना हाथ विकलांग है जो रेन बसेरा के बाहर अकेले बैठी है और परेशान दिख रही है।सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची और बालिका को लेकर थाना गोविंदपुरा ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क ले लाई। जहां बालिका से पूछताछ की गई जिसमें पहले तो वो मनगढ़ंत कहानियां सुना कर गुमराह कर रही थी पर पुलिस के काफी प्रयास के बाद उसने अपना सही परिचय दिया और अपने पिता का नाम सुनील रजक निवासी ग्राम सुनहरा उदयपुर जिला रायसेन बताया।बालिका आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है कल सुबह 9:30 बजे बालिका की अपनी बहन से मोबाइल को लेकर छोटा सा विवाद हुआ जिससे वो नाराज होकर अपनी माता से 100 रुपए घड़ी खरीदने के नाम पर लेकर स्कूल का बोलकर स्कूल यूनिफॉर्म में स्कूल ना जाकर उदयपुर से भोपाल वाली बस में बैठकर आईएसबीटी बस स्टॉप भोपाल आ गई। पुलिस ने बालिका के संबंध में उसके घर वालों को सूचना दी और बालिका को cwc की मदद से गौरवी भोपाल में रखा गया।cwc में काउंसलिंग कराकर बालिका को सुरक्षित उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया। पुलिस के कार्य की नाबालिग बालिका के परिजनों द्वारा काफी सराहना की गई।जागरूक नागरिक चंद्र प्रकाश पांडे एवं प्रधान आरक्षक सोनिया पटेल, प्रधान आरक्षक प्रदीप परिहार और आरक्षक रश्मि पटेल की मदद से बालिका को कोई बड़ी घटना होने से बचाया गया।थाना प्रभारी गोविंदपुरा अवधेश सिंह तोमर द्वारा जागरूक नागरिक चंद्र प्रकाश पांडे को सम्मानित किया गया।