फेडबैंक लूट केस में क्राइम ब्रांच और पिपलानी थाने को मिली बड़ी सफलता,5 और आरोपियों को किया गिरफ्तार

भोपाल। पुलिस ने आरोपियों को राजस्थान के झुनझुनु से किया गिरफ्तार,झुनझुनु में डैकती डालने से पहले ही धराये आरोपी, हाइटेक उपकरण ,3 देशी पिस्टल,नकली आधार कार्ड बरामद।राजस्थान के झुनझुनु में रह रहे थे गिरफ्तार आरोपी।झुनझुनु के फेडबैंक की कर रखी थी रैकी कुछ ही दिनों में करने वाले थे डकैती।बिहार एवं पश्चिम बंगाल जेल में बंद है गिरोह के सरगना।जेल में बंद नये लडको का ब्रेन वाश करके तैयार करते हैं नई गैंग।संपूर्ण भारत के गोल्ड लोन बैंको की है सरगना को जानकारी।गरीबी और आर्थिक रुप से कमजोर लडकों की टीम करते हैं तैयार।घटना के लिए आरोपियों को उपलब्ध कराया फर्जी आईकार्ड, मो सा, सोना व पैसा।घटना के लिए तैयार व्यक्ति नाम की जगह करते हैं नंबरों का उपयोग।घटना के लिए तैयार टीम के लीडर शिवम ने बिहार जेल अपने साथियों के साथ मिलकर की हत्या।

घटना का विवरण-5 अप्रैल को सुबह 10 बजे थाना पिपलानी क्षेत्र अंतर्गत इन्द्रपुरी में स्थित फेड गोल्ड बैंक में 4 नकाबपोश लडके हाथों में पिस्टल लेकर बैंक लूटने के ईरादे से घुसे थे बैंक मैनेजर की सूझबूझ से आरोपी बैंक लूटने की घटना के अंजाम नहीं दे सके और फरार हो गये थे।थाना पिपलानी में बैंक मैनेजर की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध किया गया था।घटना की पतारासी में लगी टीमों ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेजों को खंगालना शुरु किया।इस दौरान जानकारी मिली कि घटना में शामिल एक आरोपी दिनांक 18.3.2022 को भी बैंक में गोल्ड लोन के सिलसिले में आया था परंतु लोकल आईडी नहीं होने से उसे गोल्ड लोन देने से मना कर दिया गया था । टीमों द्वारा घटना के स्थल से आरोपियों के भागने के रास्तों के सीसीटीवी फुटेज देखने पर आरोपी 2 मोटरसाइकिलों से बिलिखिरिया तरफ भागते जाते नजर आये जो विदिशा से होते हुए ललितपुर, झांसी होते हुए कानपुर लखनऊ उ प्र निकल गये। पुलिस टीम ने 18 मार्च और 5 अप्रैल को आने के रास्ते के सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर आरोपी प्रभात चौराहा,पुल बोगदा, रेल्वे स्टेशन भोपाल, शाहजनाबाद, कोहेफिजा लालघाटी, बैरागढ तरफ से आते दिखे।फंदा टोल नाके के फुटेज चेक करने पर आरोपीगण सीहोर तरफ से आते दिखे जो सीहोर पहुंचकर फुटेज चेक करने पर आरोपी सीहोर कोतवाली थाने के पीछे एक मकान से आते हुए नजर आए। सीहोर से स्थित मकान मालिक जगदीश शर्मा से जानकारी लेने पर जानकारी प्राप्त हुई कि 16 मार्च को 2 लडके अरुण शर्मा व नीतेश यादव ऩि उ प्र किराये से रहने आये थे जिन्होंने 3200 रु प्रति माह के हिसाब से कमरा किराये से लिया था । फुटेज दिखाने पर जगदीश शर्मा द्वारा 2 लडको की पुष्टि की जिनके द्वारा घटना घटित की गई थी । मकान मालिक ने बताया कि 22.3.2023 को 2 और साथी रुकने आये थे ।इस तरफ मकान में 4 लडके रहते थे जो सुबह निकल जाते थे और रात को देऱ से आते थे।लडके के द्वारा जो डिटेल मकान मालिक को उपलब्ध कराई थी वह फर्जी पाई गई।सांची के फुटेज चेक करने पर 4 लडके सांची घूमने गये थे एवं घूमने के बाद विदिशा तरफ जाते दिखे फुटेजो को और तलाशने पर आरोपी एक मैकेनिक की दुकान पर मो सा सुधरवाते पाये गये जिसे फुटेज दिखाने पर उसके द्वारा भी घटना घटित करने वाले 2 लडको की पुष्टि की।विदिशा, गुलाबगंज, बीना रेल्वे स्टेशन पर फुटेज चेक करने पर बीना रेल्वे स्टेशन पर 4 लडके ट्रेन में चढते हुए दिखे। झांसी रेल्वे स्टेशन का फुटेज चेक करने पर 4 लडको में से एक लडका उतर कर दूसरी ट्रेन में जाता हुआ दिखाई दिया।ग्वालियर,आगरा रेल्वे स्टेशन के फुटेज चेक करने पर वह लडका आगरा स्टेशन पर उतरकर ग्राम अरसेना जाते हुए दिखा जिसकी गांव में पतारासी करने पर प्रद्युमन यादव निवासी अरसेना आगरा ने बताया कि फुटेज वाला लडका  प्रेम राज है जो आनंद इंजीनियरिंग कालेज में पढता है जो बिहार तरफ का रहने वाला है।पुलिस टीम द्वारा आनंद इंजीनियरिंग कालेज आगरा में जाकर तस्दीक करने पर प्रेम राज पिता जयप्रकाश नि हाजीपुर वैशाली को होना पाया गया । एडमिशन फार्म में लगी फोटो भी घटना वाले व्यक्ति से मिलती हुई पाई गई । कालेज से जानकारी प्राप्त हुई कि प्रेमराज 18 मार्च से 5 अप्रैल तक कालेज नहीं आया था।थाना हाजीपुर सदर से जानकारी प्राप्त करने पर प्रेमराज आपराधिक प्रवृत्ति का होना पाया गया जिसके विरुद्ध थाना हाजीपुर में लूट एवं एनडीपीएस एक्ट का अपराध पंजीबद्ध होना पाया गया ।

पुलिस टीम के द्वारा प्रेमराज के साथी के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर एवं  फुटेज दिखाने पर एक साथी की पहचान राजा कुमार उर्फ राजा पंडित नि शुभई हाजीपुर के रुप में हुई । राजा कुमार थाना हाजीपुर से शराब तस्करी के मामले में फरार होना पाया गया । प्राप्त जानकारी के आधार पर थाना क्राइम ब्रांच व पिपलानी की टीमें लगातार आरोपियों के छिपने के संभावित स्थानों पर दबिश दे रही थी । दबिश के दौरान ही पटना के स्थानीय मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि प्रशांत उर्फ राजा पंडित  भोपाल की घटना में उपयोग में लाई मो सा जो उन्होंने विदिशा में ही छोड दी थी उनको लेने गया है जो भोपाल से मो सा उठाकर किसी अन्य जगह पर पुनः बैंक डकैती जैसी घटना को अंजाम देने का प्लान बना रहे हैं ।

 

मुखबिर से सूचना के आधार पर थाना क्राइम ब्रांच व पिपलानी की टीमों को विदिशा रेल्वे स्टेशन पार्किग, बस स्टेंड पार्किग एवं अन्य संभावित जगहों पर लगाकर सफेद एवं नीले रंग की अपाचे मो सा वालों पर नजर रखने के लिए लगाया गया।इसी दौरान दिनांक 27 अप्रैल को हरिनगर विदिशा में नीले रंग की अपाचे में संदेही प्रशांत उर्फ राजा पंडित के जैसे हुलिया का लडका दिखाई दिया जिसे अभिरक्षा लेकर पूछताछ करने पर उसने अपना नाम प्रशांत झा उर्फ राजा उर्फ पंडित (20) साल नि तुलसी चौक शुभई थाना सदर हाजीपुर जिला वैशाली बिहार को बताया जिसने अपने साथी प्रेमराज, शिवम दोनों निवासी हाजीपुर वैशाली तथा शिवेश नि मुजफ्फरपुर बिहार के साथ मिलकर 5 अप्रैल को फेडबैंक पिपलानी में लूट के इरादे से पिस्टल लेकर घुसना व घटना करना स्वीकार किया। प्रशांत उर्फ राजा उर्फ पंडित के मेमोरेंडम के आधार पर बैंक से लोन लेने हेतु लाया गया सोने की चैन, नितेश यादव नाम का फर्जी आधार कार्ड जिसमें आरोपी प्रशांत की फोटो है,2 मोटर साइकिल,एक मोबाइल फोन जप्त कर आरोपी प्रशांत उर्फ राजा उर्फ पंडित को गिरफ्तार किया गया था ।

गिरफ्तार आरोपी  राजा पंडित द्वारा बताये गये साथियों के नामों के आधार पर थाना क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम लगातार आरोपियों के निवास स्थानो पर जाकर बारीकी से नजर रख रही थी।सभी आरोपी घटना के बाद घऱ नहीं आये थे क्राइम ब्रांच भोपाल को स्थानीयम मुखबिर द्वारा जानकारी प्राप्त हुई कि घटना के फरार आरोपी दिल्ली में रह रहे थे जो वर्तमान में राजस्थान के झुनझुनु हैं जो झुनझुनु में भी किसी गोल्ड बैंक में डकैती डालने के लिए पहुंचे हैं । प्राप्त सूचना के आधार पर थाना क्राइम ब्रांच भोपाल से एक टीम झुनझुनु राजस्थान रवाना किया गया जिन्होंने करीब 3 दिनों बहुत ही गोपनीय तरीके से स्थानीय हुलिया धारण करके झुनझुन में आरोपियों के छिपने के स्थान का पता कर जानकारी जुटाई जो आरोपी एक मकान में किराये से रह रहे थे जिनकी संख्या 5-6 होने की जानकारी मिलने पर थाना क्राइम ब्रांच एवं थाना पिपलानी की एक संयुक्त टीम तैयार कर रवाना किया ।

दोनों टीमों ने वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश में आरोपियों के छिपने के स्थान पर दबिश दी। दबिश मे 1.प्रेमराज यादव पिता जयप्रकाश यादव (23) निवासी ग्राम दयालपुर पो. राजा पाकर जिला बैशाली (बिहार) 2. शिवम कुमार पिता सहेद सिंह (35) निवासी अलीपुर थाना राजा पाकर जिला बैशाली (बिहार) 3. शिवशेक रंजन पिता नवीन कुमार सिंह (24) निवासी पुरूषोत्तमपुर जिला भुजशंकरपुर (बिहार) 4. विपिन कुमार पिता शिवनारायण शाह (25) निवासी ग्राम तुर्की पो. चडवा जिला मुबारकपुर (बिहार) 5. नीतिराज उर्फ प्रिंस पिता देवदत्त (27) निवासी ग्राम भरतपुर मो. हाजीपुर जिला बैशाली (बिहार) को गिरफ्तार किया गया।आरोपियों के पास से 7 मोबाइल फोन, हाईटेक उपकरण, 03 देशी पिस्टल, 20 राउंड, कैची टेप बरामद किया किया गया है ।

प्रारंभिक पूछताछ-

विस्तृत पूछताछ में शिवम ने बताया की पूरी घटना की प्लानिंग बीहुर जेल पटना में बंद सनी सिंह व सुबोध सिंह के द्वारा बनाई गई थी।सनी सिंह ने शिवम को डकैती कि लिए तैयार किया था शिवम घटना से पहले भोपाल में फेड बैंक की लोकेशन देखकर वापस चला गया था जिसने बिहार जाकर  प्रशांत उर्फ राजा, प्रेमराज, शिवशेक उर्फ शिवेश, विपिन तथा नीतिराज को तैयार किया था ।

सनी सिंह तथा सुबोध सिंह ने अपने गुर्गों से जिनको आरोपीगण नहीं जानते उनके माध्यम से मोटर साइकिल फर्जी आधारकार्ड, सोना एवं आधुनिक उपकरण व मोबाइल फोन, देशी पिस्टल व राउंड भिजवाये थे ।

योजना के मुताबिक सबसे पहले प्रशांत उर्फ राजा पंडित पटना से ट्रेन से वाराणसी और वाराणसी से बस में बैठकर दिनांक 15 अप्रैल 2023 को भोपाल आया।  घटना के मास्टरमाइंडों द्वारा सभी को पहले से ही भोपाल से लगभग 40-50 किलोमीटर दूर रहने को कहा गया था । इसलिए प्रशांत उर्फ राजा भोपाल से विदिशा चला गया और होटल अशोक में रूम लेकर रुक गया इसी दिन शुभम विदिशा पहुंचा दोनों रात में होटल अशोका में ही रुके ।

16 मार्च को योजना के मुताबिक दोनों सीहोर पहुंचे और किराए का मकान ढूंढने लगे उक्त दिनांक को मकान नहीं मिल पाने से दोनों सीहोर में ही एक होटल में रुक गए । दिनांक 17 मार्च को दोनों ने सीहोर में शर्मा जी के मकान किराये पर तथा मकान मालिक को अशोक शर्मा एवं नितेश यादव नाम बता कर फर्जी आधार कार्ड दे दिए ।

दिनांक 18 मार्च को योजना के मुताबिक दोनों भोपाल आए और फेडबैंक की रेकी की आरोपी प्रशांत उर्फ राजा पंडित बैंक में चैन के बदले लोन लेने के बहाने बैंक में गया और बैंक में नितेश यादव नाम की एंट्री कर वहां की रेकी की और सीहोर आ गए ।

दिनांक 22 मार्च को अन्य 2 साथी प्रेम राज व शिवेश  उर्फ शिवशेक आये थे । बाद में विपिन तथा नीतिराज देशी कट्टे व मोटर साइकिल लेकर आये थे जो सामान देकर वापस चले गये  । इनका काम सामान पहुंचा ही है ।

चारों आरोपियों ने योजना के मुताबिक दिनांक 5 अप्रैल को सुबह लगभग 10:00 बजे जैसे ही बैंक खुला आरोपियों ने बैंक लूटने का प्रयास किया परंतु मैनेजर ने सायरन बजा दिया जिससे डरकर चारों आरोपी मोटरसाइकिल उठाकर बिल क्रिया के रास्ते विदिशा पहुंचे विदिशा में दोनों मोटरसाइकिल ओं को छोड़कर ऑटो से राहतगढ़ होते हुए बीना पहुंचे बीना से ट्रेन में बैठकर झांसी पहुंचे झांसी में प्रेम राज कट्टे रावण वाला बैग लेकर उतर गया सुरेश लखनऊ में उतर गया शिवम तथा राजा पंडित वाराणसी में उतरे और वाराणसी ट्रेन से पटना पहुंच ।

भोपाल से फरार होने के बाद प्रेम राज आगरा चला गया था शिवशेक उर्फ शिवेस लखनउ में उतर गया  था । शिवम और राजा पटना चले गये थे । जो होटल में रुक कर फरारी काट रहे थे । इसके बाद प्रेम भी पटना पहुंच गया कुछ दिनों बाद शिवशेक भी पटना आ गया भोपाल पुलिस द्वारा दी जा रही दबिश के कारण सभी आरोपी दिल्ली में शिफ्ट हो गये ।

दिल्ली मे रहने  के दौरान ही सन्नी सिंह व सुबोध सिंह ने आरोपीगणों को राजस्थान के झुनझुन में स्थित फेड गोल्ड लोन बैंक में डैकती करने लिए तैयार किया जिसका हेड शिवम को तैयार किया जो डकैती की घटना का हेड था जो सन्नी सिंह व सुबोध से दिशा निर्देश ले रहा था । इस घटना के लिए सुबोध सिंह व सन्नी सिंह ने पैसे, व सोनी की अंगूठी भिजवाये थे।

आरोपियों ने झुनझुन स्थित फेड गोल्ड लोन बैंक की पूरी रैकी कर ली थी जो कुछ ही दिनों में डकैती की घटना को अंजाम देने वाले थे।

गिरफ्तार आरोपियों से विस्तृत पूछताछ हेतु माननीय न्यायालय पेश कर पुलिस रिमांड प्राप्त किया जा रहा है।

पूर्व में गिरफ्तार आरोपी की जानकारी-

6-राजा कुमार उर्फ राजा पंडित पिता राजेश कुमार झा नि शुभई हाजीपुर वैशाली (बिहार)

आरोपियों को पकडने में महत्वपूर्ण भूमिका थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच अनूप कुमार उइके, घनश्याम दांगी, सुनील भदौरिया,सलमान,जितेन्द्र,महमू,नीलेश और इन्द्रपाल सिंह रक्षित केन्द्र भोपाल।

पिपलानी थाने से थाना प्रभारी अजय नायर, संतोष रघुवंशी, के पी सिंह, अजय सिंह , कुलदीप खरे,अविनाश राय की रही।

वरिष्ठ अधिकारियों ने डकैती का खुलासा करने वाली टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की है ।

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