शताब्दी वर्ष पर भव्य रूप से मनाया गया रूपाजी करपाजी धाकड़ का शहादत दिवस

किसान शहीदों के विचार को जिंदा रखा ही होगी सच्ची श्रद्धांजलि : चौधरी दर्शन सिंह 

आगामी 4 जून को भोपाल में आयोजित युवक युवती परिचय सम्मेलन में उपस्थित लोगों का चौधरी दर्शन सिंह ने किया आमंत्रण

जय जवान जय किसान वंदे मातरम जय बलराम शहीद रूपाजी करपाजी अमर रहे के लगाए नारे

भोपाल सुखदेव सिंह अरोड़ा। भारत के प्रथम किसान आंदोलन बेगूँ-बिजौलिया एवं मेवाड़ धरा के वीर सपूत, धाकड़ कुल शिरोमणी शहीद रूपाजी करपाजी धाकड़ की शहादत के शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दर्शन सिंह सम्मिलित हुए। इस अवसर पर चौधरी ने रूपाजी करपाजी किसान शहीद संग्रहालय गोविन्दपुरा, तह. बेगू, जिला-चित्तौड़गढ़ (राज.) में वीर शहीदों से संबंधित ऐतिहासिक तथ्यों का अवलोकन किया । जिसके पश्चात ‌शहीदों की शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनता जनार्दन को संबोधित करते हुए कहा कि श्रद्धेय रूपाजी करपाजी धाकड़ ने किसानों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध ब्रिटिश हुकूमत से पंगा मोल लेते हुए अपने जीवन को कुर्बान कर दिया आज 100 वर्ष पश्चात इस पावन पुनीत स्थान पर उन महान किसान क्रांतिवीरों के शहादत दिवस को भव्यता से मना रहे हैं। मैं उपस्थित संपूर्ण किसान समाज से आग्रह करना चाहता हूं कि केवल दीपक जलाने या पुष्प चढ़ाने मातृ से नहीं वरन उनके विचारों को जीवंत रखना ही उन महापुरुषों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। चौधरी दर्शन सिंह ने आगामी 4 जून 2023 को भेल दशहरा मैदान भोपाल में आयोजित अखिल भारतीय किरार, धाकड़, नागर, मालव सम्मेलन ( युवक-युवती परिचय एवं प्रतिभा सम्मान समारोह) के विषय में उपस्थित बंधुओं का आमंत्रण किया।

ज्ञात हो कि बेगूं किसान आन्दोलन लगभग सन् 1918 में शुरू हुआ।ब्रिटिश सरकार यहां के किसानों से लाग, बेगार, चंवरी, तलवार बंदी, सेरूणा, ब्याह आदि 84 प्रकार’ के कर (लाग-बाग) वसूले जाते थे । अत्यधिक लाग-बाग से दबा निर्धन किसान कराह रहा था। किसान ‘आन्दोलन से संगठित होकर किसानों ने लगान का बहिष्कार कर दिया।किसानों का आन्दोलन उग्र होते देख।उदयपुर कमिश्नर ट्रेन्च ने एक समझौता वार्ता रखी। किसान पंचों ने गोविन्दपुरा में पंचायत बुलाई। किसान पंचायत की बैठक में समझौता वार्ता विफल रही तो किसानों की महा पंचायत पांच महिने तक अखण्ड चली। जिसमें लगभग 500 किसान मौजूद थे। किसानों की ‘अखण्ड पंचायत से ब्रिटिश शासक घबरा गए।” सेटलमेंट कमिश्नर, ने आंदोलनकारी संघर्षरत किसानों पर गोलियां चलवाई जिसमें जयनगर के रूपाजी धाकड़ व अमरपुरा के करपाजी धाकड़ देश की आजादी के लिए शहीद हो गए। किसानों ने कई जुल्म सहे,यातनाएं सही, शहीद रूपाजी करपाजी शहीद होकर अमर हो गए। इस अवसर पर किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दर्शन सिंह , किशन कनेरा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धाकड़ महासभा, धाकड़ मैट्रिमोनियल के संचालक ओम धाकड़ ,लक्ष्मीनारायण धाकड़ विनोद धाकड़ , धाकड़ महासभा महिला इकाई जिला अध्यक्ष चित्तौड़गढ़ ताराबाई धाकड़,शंभू लाल धाकड़ ,नीतिराज सिंह पटेल राहुल पटेल रामकुमार पटेल विवेक अहिरवार सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान बंधुओं की उपस्थिति रही।

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