मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशन में मप्र पुलिस अपराधियों पर सख्ती से कर रही कार्रवाई।भिंड पुलिस ने रातभर सर्चिंग अभियान चलाकर बालक को ढूंढने में सफलता मिली है।
पुलिस की कार्रवाई से घबराकर अपहरणकर्ता बच्चे को खेत में छोड़कर हुए फरार
भोपाल सुखदेव सिंह अरोड़ा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निर्देश पर मध्यप्रदेश पुलिस प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण, कानून व्यवस्था बनाए रखने और जनता की सहायता के लिए सक्रियतापूर्वक कार्य कर रही है। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना के मार्गदर्शन में नागरिकों की सुरक्षा और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए निरंतर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में प्रदेश की भिंड पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 14 माह के बालक को महज 9 घंटे में सकुशल परिजन को सौंप दिया। पुलिस ने रातभर सर्चिंग अभियान चलाकर बालक को ढूंढने में सफलता प्राप्त की।
डायल 100 को बच्चे के लापता होने की मिली सूचना :-
भिंड जिले के मौ थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम पडरिया में रतिराम प्रजापति का 14 माह का बालक देवांश 17 मई को शाम करीब 6.30 बजे घर के बाहर खेल रहा था। कुछ समय बाद जब परिजन ने देखा तो बालक नहीं मिला। परिजन ने उसे आसपास तलाशने की काफी कोशिश की, परंतु जब वह नहीं मिला तो परिजन ने तुरंत उक्त घटना की सूचना 100 डायल को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने अपराध कायम किया और इस घटना के संबंध में तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया।
पुलिस ने दिखाई सक्रियता :-
घटना की जानकारी मिलते ही चंबल जोन के आईजी सुशांत सक्सेना के मार्गदर्शन में भिंड के एसपी मनीष खत्री ने स्वयं मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम के साथ मोर्चा संभाला। उन्होंने बालक को ढूंढने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को ग्राम पडरिया के आसपास सर्चिंग करने के लिए भेजा। गांव के प्रत्येक घर की तलाशी लेने के लिए दो टीमें बनाई गई। साथ ही गांव से बाहर जाने वाले रास्तों पर 3 कटऑफ पार्टियां भी लगाई गईं, जिन्होंने गांव से आने-जाने वालों की चेकिंग की। खेतों में चेकिंग के लिए और तकनीकी रूप से नजर रखने के लिए भी पुलिस बल लगाया गया।
पुलिस की सघन चेकिंग से घबराकर बच्चे को छोड़ भाग निकले बदमाश :-
पुलिस की सघन चेकिंग और बचने का कोई रास्ता नहीं दिखने पर घबराकर बदमाश बालक को खेत में ही छोड़कर भाग गए। पुलिस को सुबह बालक खेत में खेलता मिल गया। तत्परता से की गई कार्रवाई के कारण महज 9 घंंटे में पुलिस ने बालक देवांश को सकुशल परिजन के सुपुर्द करने में सफलता प्राप्त की। बालक के वापस मिलने से ग्रामवासियों ने राहत ही सांस ली और आमजन द्वारा पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा की जा रही है। पुलिस द्वारा अग्रिम विवेचना में आरोपियों की जल्द पकड़कर मामले का खुलासा किया जाएगा।
अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुटी पुलिस :-
बालक के पिता रतिराम दिल्ली में गजक का व्यापार करते हैं और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी है। पुलिस को आशंका है कि शायद इसी कारण उनके अबोध बालक देवांश के अपहरण की कोशिश की गई है ताकि उनसे मोटी फिरौती वसूल की जा सके। पुलिस की सक्रियता के कारण बदमाश देवांश को गांव से ज्यादा बाहर नहीं ले जा सके। अबोध बच्चे की बरामदगी के बाद पुलिस अब मामले की जांच पड़ताल और अपहरणकर्ताओं की खोजबीन में जुट गई है। पुलिस को शक है कि अपहरण में किसी नजदीकी व्यक्ति का ही हाथ हो सकता है।