भोपाल।डीजीपी सुधीर सक्सेना के आदेश पर भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे पुलिसकर्मियों को जिले से 700-800 किलोमीटर दूर अटैच किया गया है।अब वह पुलिसकर्मी अगले आदेश तक लाइन अटैच रहेंगे।पिछले कुछ दिनों में पुलिस विभाग में कुछ प्रकरण सामने आए थे जिसके बाद डीजीपी ने यह एक्शन लिया है इसमें रीवा से दो पुलिस कर्मियों को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था जिसके बाद डीजीपी के आदेश पर दोनों को लाइन अटैच किया गया था।30 मार्च को रीवा जिले में ही समान थाना प्रभारी और उप निरीक्षक द्वारा होटल संचालक से पैसा मांगने की शिकायत लोकायुक्त पुलिस को मिली थी।लोकायुक्त की दबिश से पहले दोनों थाना छोड़कर भाग गए थे।इसके बाद थाना प्रभारी को रीवा से खंडवा और उप निरीक्षक को रीवा से टीकमगढ़ भेजा गया है।मुरैना के यातायात थाना प्रभारी का थाने में शराब पीते हुए वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें निलंबित कर मुख्यालय मुरैना से खरगोन भेजा गया। उज्जैन में आरक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। इसके बाद आरक्षक को निलंबित कर मुख्यालय उज्जैन से सीधी भेजा गया है।भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे पुलिसकर्मियों को डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने जो सजा दी है वह बाकी पुलिसकर्मियों के लिए एक सबक है।