भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को इंदौर के राजवाड़ा पर करोड़ों रुपये के विकास कार्यों के लोकार्पण व शुभारंभ के दौरान राजवाड़ा को लेकर जो भी कहा वह पूरी तरह से सत्य है, कांग्रेस का इस संबंध में दिया गया बयान पूरी तरह से झूठा है। प्रदेश की शिवराज सरकार ने राजवाड़े का कायाकल्प का संकल्प लेकर राजवाड़े को नया स्वरूप दिया। करोड़ों रुपए खर्च कर उसके गौरवशाली वैभव को वापस लौटाने का काम किया वहीं 1984 सिख दंगों के दाग को भी धोने का काम किया। इस निर्णय के लिए शिवराज सरकार बधाई की पात्र हैं। नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि जब-जब राजवाड़े की जर्जर स्थिति को इंदौर के शहरवासी देखते थे तो उन्हें 1984 का अग्निकांड याद आता था और उसमे कांग्रेस नेताओ की भूमिका याद आती थी। वैसे भी अभी तो 8 नवंबर को कांग्रेस के प्रदेश के मुखिया भी इंदौर आगमन पर खालसा स्टेडियम में 84 कांड के दाग को ताजा किया, जो कभी भुलाये नहीं जा सकता है। जिस समय राजवाड़े का सौदा हुआ था, उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और कांग्रेस के सरकार के संरक्षण के कारण ही यह सौदा हुआ था। सलूजा ने कहा कि उस समय इंदौर शहर के जागरूक नागरिकों ने विरोध कर, सरकार पर दबाव डालकर, आंदोलन कर राजवाड़े को बिकने से बचाया था। यह भी सच है कि कांग्रेस की सरकार में ही राजवाड़ा जला था। सभी इस सच्चाई को जानते हैं कि 84 कांड के दंगों के दौरान, राजवाड़े की दीवार से लगी सिख व्यक्ति की दुकान को कांग्रेस सरकार के दौरान, कांग्रेस के नेताओं ने ही आग के हवाले किया था और उसी आग से राजवाड़ा जला था। जिससे राजवाड़ा जर्जर होता गया और अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाता रहा। प्रदेश में वर्षों तक कांग्रेस की सरकार रही और किसी ने भी राजवाड़े की सुध नहीं ली क्योकि 84 कांड के दाग को वो जीवित रखना चाहते थे और राजवाड़ा दयनीय स्थिति में पहुंचता गया।