भोपाल। श्री हिंदू उत्सव समिति एवं संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने गरबा आयोजकों को सख्त चेतावनी दी है कि गरबा आयोजनों में किसी भी हाल में मुस्लिम युवकों का प्रवेश न हो। उन्होंने कहा कि गरबा धार्मिक आयोजन है, इसे व्यावसायिक रूप देने का प्रयास सनातन संस्कृति को दूषित करेगा।
तिवारी ने कहा कि गरबा स्थलों पर मां भगवती की प्रतिमा या तस्वीर रखकर आराधना और आरती के पश्चात ही आयोजन प्रारंभ किया जाए। गरबा में केवल धार्मिक गीत ही बजें और पंडालों में धार्मिक माहौल बना रहे।
संस्कृति बचाओ मंच ने आयोजकों से अपील की है कि गरबा पंडाल के बाहर भगवान विष्णु के वराह अवतार की तस्वीर स्थापित कर उसकी पूजा के बाद ही प्रवेश दिया जाए। मंच का दावा है कि इससे “जेहादी तत्वों” को प्रवेश से रोका जा सकेगा।
चंद्रशेखर तिवारी ने महिलाओं से भी आग्रह किया कि वे मर्यादित परिधान में गरबे में शामिल हों और अर्धनग्न परिधान से बचें। उनका कहना है कि गरबा मां भगवती की आराधना का पर्व है, इसे पाश्चात्य शैली या भौतिक आकर्षण से दूर रखकर श्रद्धा और भक्ति भाव से संपन्न करना चाहिए।