भोपाल। थाना हबीबगंज पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सक्रिय मानव तस्करी गिरोह की गिरफ्त में फंसी एक नाबालिग बालिका को पुलिस ने मुक्त कराया है। इस मामले में पुलिस ने मानव तस्करी में लिप्त कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके खिलाफ पहले से आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार 6 फरवरी 2025 को अरेरा कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बेटी कोचिंग न जाकर घर से बिना बताए कहीं चली गई थी। परिजनों ने रिश्तेदारों और आसपास काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बेटी के किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला-फुसलाकर अपहरण की आशंका पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर टीम गठित कर थाना प्रभारी के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने तकनीकी सुरागों के आधार पर कार्रवाई की। बालिका को 5 जुलाई 2025 को फतेहपुर, जिला सीकर (राजस्थान) से दस्तयाब कर भोपाल लाया गया। बालिका के न्यायालय में कराए गए कथनों में खुलासा हुआ कि वह अपनी दोस्त अंकिता के पास झालावाड़ गई थी। अंकिता ने उसे भोपाल लौटाने के बजाय अपनी ननद दुर्गा कसवे से मिलवाया, जिसने परिचित कुसुम विश्वकर्मा के पास बालिका को रखवाया। इसके बाद बालिका को गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर गुना जिले के आरोन में नरेंद्र कुमार को रुपए लेकर बेच दिया गया और शपथ पत्र पर विवाह करा दिया गया। पुलिस ने इस मामले में कुसुम विश्वकर्मा, नरेंद्र कुमार समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कुसुम विश्वकर्मा के खिलाफ भोपाल के विभिन्न थानों में कुल 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं। नरेंद्र कुमार निवासी सीकर (राजस्थान) का आपराधिक रिकॉर्ड संबंधित थाने से मंगाया जा रहा है। फरार आरोपियों में दुर्गा, रोशनी, प्रदीप जैन, सुनील सहित गिरोह के अन्य सदस्य शामिल हैं। पुलिस की टीमें फरार आरोपियों की तलाश में गुना और राजस्थान रवाना की गई हैं।