क्रोध को शांत करने और अपने स्वभाव को ठीक करने के लिए सत्संग सुने: श्री शांति स्वरूपानंद गिरी महाराज


भोपाल। श्रीराम समिति के तत्वाधान में आयोजित श्रीराम कथा में छटवां दिवस की कथा श्रवण कराते हुए श्री शांति स्वरूपानंद गिरी महाराज ने कहा कि ज्ञान और प्रेम की अगर तुलना करें तो प्रेम का पलड़ा भारी हो जाता है। महाराज जी ने राम जी के 14 साल के वनवास को विस्तार में सुनाया, भाई भाई के प्रेम की कथा सुनाई, भाई से भाई जब मिले तो प्रेम लेकर मिले हत्यार लेकर नहीं। गुरु जी ने जन्मदिन पर केक काटने की प्रथा खत्म कर दीपक जलाने को कहा। भोपाल के अशोका गार्डन दशहरा मैदान में आयोजित कथा में कल विशेष अतिथि के रूप में भोपाल की महापौर मालती राय उपस्थिति रही। कथा प्रतिदिन अपराह्न 2 बजे से शाम 5.30 बजे तक की जा रही है। कथा का समापन 28 जनवरी मंगलवार को होगा। समिति की और से सभी श्रद्धालुओं से विश्राम दिवस पर कथा में शामिल होकर पुण्य लाभ कमाने का अनुरोध किया गया है।