जीवन जीने का उद्देश्य बताती है श्रीमद्भागवत कथा : संत श्री ज्ञान देव महाराज
भोपाल। मृत्यु आनी है एक न एक दिन सभी की इसलिए ऐसा क्या किया जाए जिससे मृत्यु का भय समाप्त हो और जीवन सार्थक बने। श्रीमद्भागवत कथा इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए सुनी जाती है, ताकि जीवन जीने का उद्देश्य सार्थक हो। यह उद्गार संत श्री ज्ञान देव जी महाराज ने एकता पुरी में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ अवसर पर कही। इसके पूर्व आशीर्वाद धार्मिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजन समिति द्वारा भव्य कलश यात्रा निकाली गई। समिति के संयोजक अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि भव्य कलश यात्रा राजधानी भोपाल के राजीव नगर, दुर्गा मंदिर, सेमरा कलां स्थित एकतापुरी भागवत ग्राउंड से शुरू हुई जो कि विभिन्न चौक चौराहों से होते हुए वापस कथा प्रांगण में पहुंची जहां पर संत श्री ज्ञान देव जी महाराज के सानिध्य में मंगलाचरण से भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर कलश यात्रा में मध्य प्रदेश शासन कैबिनेट मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, महापौर मालती राय, वार्ड पार्षद गौरी पाठक सहित अनेक प्रबुद्ध जन शामिल हुए। हजारों की तादाद में श्रद्धालु जिन्होंने हर्षोल्लास के साथ भजनों का आनंद लेते हुए कलश यात्रा में शामिल होकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। गौरतलब है कि भागवत ग्राउंड एकतापुरी मैदान में कथा का यह 14वां वर्ष है। कथा व्यास संतश्री ज्ञानदेव जी महाराज प्रतिदिन अपराह्न 2:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा के विभिन्न प्रसंगों का अपने मुखारविंद से वर्णन कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री मध्य प्रदेश शासन विश्वास कैलाश सारंग के संरक्षण में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा मैं कल मंगलाचरण के दौरान कथा व्यास से जीवन और मृत्यु के रहस्य को समझाया गया साथ ही श्रीमद् भागवत कथा सुनने के महत्व का वर्णन किया गया कथा का समापन 11 जनवरी शनिवार को होगा।समिति की ओर से सभी श्रद्धालुओं से प्रतिदिन श्रीमद्भागवत कथा में शामिल होकर पुण्य लाभ कमाने का अनुरोध किया है।