एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान
भोपाल पुलिस कमिश्नर के नाम की फर्जी फेसबुक आई.डी. बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सहित अन्य एक आरोपी को सायबर क्राईम ब्रांच भोपाल ने अलबर राजस्थान से किया गिरफ्तार। आरोपी शासन प्रशासन के बडे पदो पर पदस्थ अधिकारियो के फोटो व नाम से फर्जी फेसबुक ID बनाते थे। बडे अधिकारियो की फेसबुक ID मे जुडे लोगो से फर्जी ID से कर लेते थे दोस्ती। बडे अधिकारियो का ट्रांसफर होने का बताकर, सस्ते दामो मे फर्नीचर बेचने का देते थे झांसा। सस्ते दामो मे फर्नीचर बेचने झांसा देकर बिल बनवाने व ट्रान्सपोर्ट से भेजने के नाम पर लोगो से करवा लेते थे पैसे ट्रांसफर। आरोपी ठगी के लिये करते है फर्जी बैंक खाते एवं मोबाइल नंबर का उपयोग।आरोपियों के अभी तक लगभग 100 लोगो को बनाया है अपना शिकार।
घटनाक्रम :- 5 नवंबर को महेश कुमार निवासी भोपाल ने सायबर क्राइम भोपाल में आवेदन दिया गया था कि एक फर्जी FACEBOOK ID-“ Hari Narayan” के मैसेन्जर से मैसेज आया था जिसमे IPS हरि नारायणचारी मिश्रा की फोटो लगी थी जिससे एक मैसेज मिला जिसमे पुराना फर्नीचर बेचने के नाम पर आरोपी ने महेश कुमार को क्यू.आर भेजकर कुल 45000/रू धोखाधडी पूर्वक ट्रांसफर करवा लिये।
तरीका वारदात:- गिरोह ने IPS हरि नारायणचारी मिश्रा की फोटो का उपयोगकर फर्जी FACEBOOK ID-“ Hari Narayan” बनाकर IPS हरि नारायणचारी मिश्रा फेसबुक ID से जुडे लोगो से दोस्ती करने के बाद लोगो को मैंसेंजर मे चैट कर एक अन्य अधिकारी का ट्रांसफर का बोल कर सस्ते दोमो मे फर्नीचर बेचने का बोलते थे जिसके बाद WHATSAPP नंबर से बात कर लोगो को कीमती फर्नीचर के फोटो भेज देते थे और इसे सस्ते दामो पर बैचने का बोलकर बिल बनवाने और ट्रान्सपोर्ट से भेजने के नाम पर फर्जी बैंक खातो मे पैसे ट्रान्सफर करवा लेते थे।
पुलिस कार्यवाही:- सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम ने कार्यवाही कर प्राप्त साक्ष्यो एंव तकनीकी एनालिसिस के आधार पर अपराध कारित करने में उपयोग किये गये वाट्सएप नंबर एवं फेसबुक आईडी के वास्तविक उपयोगकर्ता की तकनीकि जानकारी प्राप्त की एवं गिरोह के सरगना सहित अन्य आरोपी की पहचान की गई जिसके बाद टीम ने मुख्य आरोपी शकील एवं अन्य आरोपी सुनील को अलबर राजस्थान से गिरफ्तार किया एवं अपराध में प्रयुक्त 04 मोबाइल फोन, 03 सिम कार्ड, 5000/रूपये व अन्य दस्तावेज जप्त किये गये है।