एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह के नेतृत्व में एम्स भोपाल में चल रहे हिंदी पखवाड़ा के अवसर पर एम्स भोपाल के डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पुस्तकालय में 26 और 27 सितंबर 3024 को दो दिवसीय राजभाषा पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह ने प्रदर्शनी और नव निर्मित ग्रेजुएट डिस्कशन रूम का उद्घाटन किया। इसका मुख्य उद्देश्य संस्थान में हिंदी के प्रचार-प्रसार के साथ- -साथ हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए मेडिकल क्षेत्र से संबंधित किताबें उपलब्ध कराना है। इसमें चिकित्सा विज्ञान और अन्य विषयों पर हिंदी में प्रकाशित पुस्तकों को शामिल किया गया है।इस अवसर पर प्रो. सिंह ने उच्च शिक्षा में हिंदी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राजभाषा हिंदी का प्रचार-प्रसार हमारी सांस्कृतिक और शैक्षणिक पहचान का अभिन्न अंग है। यह प्रदर्शनी एम्स भोपाल की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसके अंतर्गत हम विविध भाषाई पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए अकादमिक संसाधनों को और अधिक सुलभ बना रहे हैं। चिकित्सा साहित्य को हिंदी में उपलब्ध कराकर, हम न केवल छात्रों के सीखने के अनुभव को बेहतर बना रहे हैं, बल्कि विज्ञान और शैक्षणिक क्षेत्र में हिंदी के उपयोग को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। प्रो. (डॉ.) सिंह ने कहा कि यह पहल एम्स भोपाल के समावेशी दृष्टिकोण के अनुरूप है, जहां भाषा की बाधाएं छात्रों की शैक्षिक प्रगति में रुकावट नहीं बननी चाहिए। इस अवसर पर एम्स भोपाल के उप-निदेशक (प्रशासन), पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष और सदस्य के अलाव अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।