एम्स भोपाल के एम.एस.सी. नर्सिंग के द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए मानवीय शैक्षिक प्रशिक्षण में सॉफ्ट स्किल्स ट्रेनिंग आयोजित की गई। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्रों को आवश्यक सॉफ्ट स्किल्स से अवगत कराना जिससे नर्सिंग प्रोफेशनल्स की एक ऐसी पीढ़ी तैयार की जा सके जो मरीजों से भावनात्मक रूप से जुड़कर बेहतर तरीके से उनकी देखभाल कर सके। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने कहा सॉफ्ट स्किल्स नर्सिंग स्टाफ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये क्लिनिकल विशेषज्ञता के साथ-साथ प्रभावी रोगी देखभाल में योगदान देती हैं। इन कौशलों में संचार, सहानुभूति, टीमवर्क और समस्या समाधान शामिल हैं, जो रोगियों और उनके परिवारों के साथ विश्वास और सामंजस्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रो. सिंह ने कहा जिन नर्सिंग स्टाफ में मजबूत सॉफ्ट स्किल्स होते हैं, वे रोगियों की भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं, जिससे अधिक करुणामय और समग्र देखभाल संभव हो पाती है। इसके अतिरिक्त, ये कौशल सहयोग को बढ़ावा देते हैं, जिससे कार्यस्थल पर सकारात्मक वातावरण बनता है और समग्न स्वास्थ्य देखभाल परिणामों में सुधार होता है। एक ऐसे पेशे में जहां रोगी के साथ लगातार संपर्क होता है, सॉफ्ट स्किल्स उच्च गुणवत्ता वाली, रोगी केंद्रित देखभाल प्रदान करने में अपरिहार्य हैं। इस कार्यक्रम में नवोन्मेषी पद्धति “थिएटर ऑफ द ऑप्रेस्ड” का भी उपयोग किया गया जिसके द्वारा उत्पीड़न और सशक्तिकरण के विषयों को आसानी से समझा जा सकता है। इस दौरान विभिन्न ग्रुप एक्टिविटीज़ आयोजित की गयीं जिसमें प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस कार्यशाला के आयोजन में प्रोफेसर डॉ. अमित अग्रवाल, डीन, डॉ. सैकत दास, एसोसिएट डीन और डॉ. ममता वर्मा, प्रभारी प्रिंसिपल, नर्सिंग कॉलेज, डॉ. लिली पोद्दार, एसोसिएट प्रोफेसर, नर्सिंग कॉलेज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।