भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह ने 22 जुलाई 2024 को एक शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान प्रो. सिंह ने एम्स भोपाल की उपलब्धियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। एम्स भोपाल 2 वर्ष पूर्व तक देश के सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा स्थानों की श्रेणी में किसी भी रैंकिंग में नहीं आता था, लेकिन पिछले दो वर्षों के दौरान संस्थान ने जबरदस्त तरक्की की है। प्रोफेसर सिंह ने अगस्त 2022 से यहां का कार्यभार संभाला और एम्स भोपाल की साख को मजबूत करने के लिए कुछ कड़े कदम उठाये जिसका परिणाम अगले ही साल दिखाई पडा। सरकारी मेडिकल कॉलेज की श्रेणी में एम्स भोपाल ने अपनी समग्र रैंकिंग में जबरदस्त सुधार किया है. जो 2023 में 20वें स्थान से 2024 में 16वें स्थान पर पहुंच गया है। इसके अलावा, एम्स भोपाल ने सर्वश्रेष्ठ उभरते कॉलेजों की सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है जबकि वर्ष 2000 में और उसके बाद स्थापित उच्चतम स्कोरिंग कॉलेजों में तीसरा स्थान प्राप्त करके एक और उपलब्धि हासिल की है।
डॉ. सिंह ने मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से एम्स भोपाल द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के 500 से अधिक डॉक्टर एवं नर्सिंग अधिकारियों को दिये जा रहे आपातकालीन चिकित्सा संबंधित प्रशिक्षण के बारे में भी मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया। इस प्रशिक्षण के पश्चात संपूर्ण राज्य में ट्रॉमा एवं इमरजेंसी जैसे मामालों का कुशल प्रबंधन किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने एम्स भोपाल की उपलब्धियों की सराहना करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने प्रो. (डॉ) अजय सिंह द्वारा किए गए प्रयासों के लिए बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी एम्स भोपाल प्रदेशवासियों एवं अन्य लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सदैव प्रयत्नशील रहेगा, जिससे राज्य के स्वास्थ्य बुनियादी संरचना को मजबूती मिलेगी।