सुखदेव सिंह अरोड़ा,भोपाल।
एनजीटी के आदेश एवं कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश के बाद से ग्रीन बेल्ट एरिया से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही जिला प्रशासन द्वारा जारी है ।जिसके अंतर्गत मंगलवार को रत्नागिरी अयोध्या बायपास रोड से 900 मीटर की दूरी में लगभग 62 अतिक्रमण हटाने का कार्य एसडीएम रवीश श्रीवास्तव सहित पुलिस,नगर निगम,पीडब्ल्यूडी एवं सीपीए के द्वारा किया गया।
भोपाल बनेगा स्लम फ्री – कलेक्टर
“सुराज नीति 2023’’ के अन्तर्गत स्लम के रहवासियों को पक्के आवास देने के संबंध में दिया गया प्रस्तुतीकरण
कलेक्टर आशीष सिंह ने मंगलवार को बीडीए के दफ़्तर में भोपाल के विभिन्न स्थानों पर स्थित स्लम के रहवासियों को पक्के आवास देने “सुराज नीति 2023’’ के अन्तर्गत नगर पालिक निगम भोपाल द्वारा दिये गये प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया एवं विभिन्न निर्देश भी दिये गये। इसी के साथ भोपाल विकास प्राधिकरण द्वारा भोपाल में प्राधिकरण द्वारा 30 वर्ष से अधिक पुरानी योजनाओं पर “मध्यप्रदेश आवास पुनर्विकास नीति 2022 के तहत 4 योजनाओं के संबंध में नगर निगम भोपाल के कन्सलटेंट ने प्रजेन्टेशन का प्रस्तितीकरण किया।
भोपाल को स्लम फ्री बनाने “सुराज नीति 2023’’ के अन्तर्गत स्लम के रहवासियों को पक्के आवास देने के संबंध बैठक में चर्चा की गई एवं इनके अंतर्गत बनने वाले भवनों के संबंध में कलेक्टर सिंह ने विभिन्न निर्देश दिए। उन्होंने सुराज नीति के अन्तर्गत ई.डब्ल्यू.एस भवनों की ऊँचाई 12 मीटर अर्थात भूतल प्लस 3 मंजिलीय भवन बनाये जाने के निर्देश दिये गये।इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि संजय काम्पलेक्स चरण-2 “मध्यप्रदेश आवास पुनर्विकास नीति 2022” के अन्तर्गत योजना को मूर्तरूप प्रदान करते समय योजना के आगे के भाग को कमर्शियल एवं पीछे के भाग को आवासीय रखा जाये।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि अंकुर काम्पलेक्स मार्केट एवं उसके पीछे स्थित 4 ब्लाक की भूमि पर “मध्यप्रदेश आवास पुनर्विकास नीति 2022” के अन्तर्गत योजना तैयार की जाये एवं साथ ही साथ इस भूमि से अंकुर खेल परिसर के मध्य स्थित स्लम को भी सुराज नीति के अन्तर्गत योजना प्राधिकरण द्वारा तैयार की जाये साथ ही कलेक्ट्रेट आफिस के पीछे स्थित भूमि पर “मध्यप्रदेश आवास पुनर्विकास नीति 2022” के अन्तर्गत योजना तैयार की जाये। उन्होंने बैठक में निर्देश दिये कि नगर निगम द्वारा “सुराज नीति 2023” के अन्तर्गत फैक्चर अस्पताल के सामने स्थित सम्पूर्ण स्लम एवं दुर्गानगर स्थित संपूर्ण स्लम को लेकर योजना पुन: तैयार की जाए।