ठगी के लिए बनाई थी एडिशनल डीसीपी क्राइम की फेक फेसबुक आईडी
भोपाल क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) शैलेंद्र सिंह चौहान के नाम और फोटो का दुरुपयोग कर फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ से एक नाबालिग और पी.ओ.एस. एजेंट बीरबल प्रजापत (40) को इस मामले में अभिरक्षा में लिया गया है।
शिकायतकर्ता की सूचना पर कि अज्ञात व्यक्तियों ने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त की फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगने की कोशिश की, क्राइम ब्रांच ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर साइबर टीम ने अलवर के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में दबिश दी, जहां नाबालिग और बीरबल प्रजापत को पकड़ा गया।
जांच में सामने आया कि यह एक संगठित साइबर अपराध था। आरोपियों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को भ्रमित करने और ठगी करने की साजिश रची। नाबालिग ने बीरबल के बहकावे में आकर अपने नाम पर सिम कार्ड एक्टिवेट किया, जिसे 1500 रुपये में बीरबल को बेचा। बीरबल ने इस सिम को 3000 रुपये में अन्य साइबर ठगों को बेच दिया, जिसका उपयोग फर्जी प्रोफाइल संचालित करने में किया गया।
तकनीकी जानकारी के आधार पर साइबर क्राइम टीम ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ में नाबालिग ने बीरबल के बहकावे में सिम एक्टिवेट करने की बात स्वीकारी, जबकि बीरबल ने सिम को साइबर ठगों को बेचने की पुष्टि की। दोनों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कर न्यायालय में पेशी के लिए नोटिस जारी किया गया।