सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में मनाया गया वार्षिकोत्सव: ‘प्रेम की अनुगूंज’

स्कूल कैंपस में मौजूद बरगद का पेड़ हजारों बच्चों के बचपन की किलकारियों का है साक्षी – मुख्य अतिथि सीमा मिश्रा

भोपाल। सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल ईदगाह हिल्स में शनिवार की शाम को ‘प्रेम की अनुगूंज’ विषय पर आधारित नर्सरी, केजी और प्राथमिक वर्ग के नन्हे बच्चों ने वार्षिक दिवस समारोह मनाया। ‘प्यार का अनुनाद’ एक ऐसा भाव, जो इस दुनिया को सबसे अधिक चाहिए, एक ऐसी वैश्विक भाषा जिसे गूंगे बोल सकते हैं, बहरे सुन सकते हैं और अंधे देख सकते हैं। आज के बंटते हुए समाज में प्यार ही वह जादू है जो घायल आत्माओं को ठीक कर सकता है और दुनिया को बदल सकता है। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि केजी और प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों ने सह-एंकरिंग भी की। नर्सरी, केजी और प्राथमिक कक्षाओं के करीब 1100 बच्चों ने विभिन्न प्रस्तुतियों में भाग लिया।

इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सीमा मिश्रा थीं जो एम.एससी (जूलॉजी) और बी.एड. हैं। वे एक अनुभवी पत्रकार हैं और विश्व के पहले हिंदी पोर्टल ‘वेब दुनिया.कॉम’ में उप-संपादक रह चुकी हैं। वर्तमान में वे राज्य कर (जीएसटी) की संभागीय संयुक्त आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत परंपरागत दीप प्रज्वलन और प्रार्थना सेवा से हुई। इसके बाद केजी के छात्रों ने “चंदा सूरज सारे ही जय गाते हैं, नमो नमो” भजन की ताल पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया।

मुख्य अतिथि का स्वागत पौधा भेंट कर किया गया। केजी के नन्हे बच्चों ने प्रेमपूर्ण स्वागत भाषण दिया। केजी के गायक दल ने स्वागत गीत “We welcome you dear parents to our magical fairy land” प्रस्तुत किया।

इस मधुर धुन के बाद केजी के बच्चों ने “Green Kingdom” शीर्षक से एक क्रियात्मक गीत प्रस्तुत किया, जिसमें प्रकृति की महत्ता और स्वस्थ जीवन के महत्व को उजागर किया गया। “Ring-a-ring-a-bell” गीत पर बच्चों की घंटियों और रंग-बिरंगे पंखों वाली प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद “Toka toka toka” गीत पर बच्चों ने पश्चिमी नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

भारत की “विविधता में एकता” को दर्शाते हुए केजी के बच्चों ने गोवा, पूर्वोत्तर, पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लोक नृत्यों का प्रदर्शन किया। प्राथमिक कक्षा के गायक दल ने थीम गीत “Love is the only magic that can change the world” प्रस्तुत कर दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश दिया।

इसके बाद प्राथमिक कक्षा के बच्चों ने एक फ्यूजन डांस के माध्यम से दर्शकों को मेक्सिकन, मिस्र, रोबोटिक और चीनी नृत्य शैलियों की यात्रा करवाई।

विद्यालय की 2023-24 की यात्रा को “प्यार का अनुनाद” की थीम के साथ वार्षिक रिपोर्ट में प्रस्तुत किया गया। इस रिपोर्ट में विद्यालय की शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेल और अन्य क्षेत्रों में उपलब्धियों का विवरण दिया गया। विद्यालय की विभिन्न समितियों और सशक्त नेतृत्वकर्ता प्राचार्य डॉ. सिस्टर लिली के मार्गदर्शन को भी रेखांकित किया गया। मुख्य अतिथि सीमा मिश्रा ने अपने संबोधन में दर्शकों के सामने इस अद्भुत और अनोखे सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रों की रंग-बिरंगी प्रस्तुति की सराहना की। उन्होंने एक रोचक कहानी के माध्यम से बताया कि किस तरह छोटी-छोटी बातें छात्रों को उनके अल्मा मेटर (पूर्व विद्यालय) से जोड़ती हैं। उन्होंने सजग रहने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। मुख्य अतिथि ने स्कूल कैंपस में एक बरगद के पेड़, लाइब्रेरी और सिस्टर लिली का जिक्र किया जिसमें उन्होंने सिस्टर लिली द्वारा स्कूल को मध्यप्रदेश में काफी ऊंचाइयों तक पहुंचाने का जिक्र किया। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने उदाहरण के माध्यम से बच्चों को सिखाएँ। उन्होंने कहा कि बच्चों और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य ऐसे गौरवशाली संस्थान और गतिशील प्राचार्य के हाथों में सुरक्षित है। कार्यक्रम का भव्य समापन “प्रेम की अनुगूंज” थीम पर हुआ। प्यार ही वह शक्ति है जो विविध संस्कृतियों को एक सूत्र में पिरो सकती है और संपूर्ण मानवता को एकजुट कर सकती है।कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर बच्चों का उत्साहवर्द्धन किया इस दौरान स्कूल स्टाफ मौजूद रहा। प्राथमिक विभाग की प्रधान सिस्टर स्टेनिया ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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