एम्स भोपाल के शरीर रचना विभाग ने विश्व शरीर रचना दिवस के अवसर पर देहदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देहदान के बारे में जागरूकता फैलाना और आम जनता को इस महान कार्य के लिए प्रेरित करना था। एग्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक, प्रोफेसर अजय सिंह ने कहा, “देहदान केवल एक व्यक्तिगत निर्णय नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति एक बड़ा दान है। यह चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हम सभी को इस पुण्य कार्य के लिए आगे आना चाहिए और देहदान की शपथ लेनी चाहिए। वहीं, एम्स भोपाल के उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि देहदान न केवल चिकित्सा क्षेत्र में एक अनमोल योगदान है, बल्कि यह समाज के प्रति एक गहरी संवेदनशीलता का प्रतीक भी है।
इस अवसर पर एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों ने नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से शरीर रचना के अध्ययन में देहदान के महत्व को बताया। इस दौरान वॉकयॉन का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने देहदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए नारे लिखे हुए बोर्ड तैयार किए। एम्स भोपाल के शरीर रचना विभाग ने अब तक लगभग 150 देहों का दान प्राप्त किया है, जो चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए आम जनता के साथ साथ गैर-सरकारी संगठनों ने भी अपना सहयोग प्रदान किया। देहदान के लिए जानकारी एम्स भोपाल की वेबसाइट पर उपलब्ध है और सहायता हेतु 24×7 हेल्पलाइन नंबर भी चालू हैं। एम्स भोपाल का शरीर रचना विभाग इस दिशा में अपनी भूमिका को और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।