रचना टावर में हुई सनसनी से लूट का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को डीजीपी सुधीर सक्सेना द्वारा सम्मानित किया गया एवं बधाई दी गई
क्राइम ब्रांच ने किया खुलासा
उत्तर-प्रदेश के बदमाशों ने दिया था वारदात को अंजाम
पांच सौ सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद आरोपी आए गिरफ्त में
भोपाल पुलिस की संयुक्त सफलता
सैकड़ो मोबाइल नंबरो का किया गया डाटा विश्लेषण
मुल्ताई जिला बैतूल जेल में हुई थी बदमाशों की दोस्ती
वारदात में स्कूटी वाली महिला भी शामिल
भोपाल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है रचना टावर के लूट के मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच और जोन 2 पुलिस ने मदन लाल सेन निवासी सागर,संजय कुमार कश्यप उर्फ संजू उर्फ सोनू रायपुर निवासी बागपत उत्तर प्रदेश और सुषमा रायकवार निवासी चंबल भोपाल को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने रचना टावर स्थित आर. एस. लीकर शराब कंपनी के ऑफिस में कट्टे की नोक पर लूट की थी और फरार हो गए थे।
घटना का विवरण- आर. एस. लीकर शराब कम्पनी के मुनीम श्याम सुंदर जैसवाल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हम किराये के फ्लेट नं. 1/108 रचना टावर में चार लोग मैं स्वयं श्याम सुन्दर, वीरेन्द गुप्ता,3 विकास गुहा और राजू कश्यप रहते हैं। हमारी शराब कम्पनी की भोपाल में चार दुकानें हैं अप्सरा टाकीज,रुची गोविन्दपुरा इण्डस्ट्रीयल एरिया, शाहजानांबाद और भोपाल टॉकीज के पास हमीदिया रोड पर है, सभी दुकानो का रूपयों का कलेक्शन रात्रि में सभी दुकानें बंद होने के बाद हमारे उक्त फ्लैट पर आ जाते हैं। चारों दुकानों का पैसा रात्रि लगभग पौने बारह बजे हमारे फ्लेट में आ गया था जो लगभग ग्यारह लाख रुपये था पूरे रुपये कैशियर विकास गुप्ता के पास आये उन्होने फ्लैट के अंदर ऊपर वाले कमरे में रखी लोहे की अलमारी में रख दिये और लाक कर चाबी अपने पास रख कर अपने अपने कमरे में सोने चले गये। 7 अगस्त को लगभग सुबह सवा आठ बजे मैं सोकर उठा और किचन में पानी गर्म कर रहा था इतने में मेन गेट से खटखटाने की आवाज आई इस पर मैने पूछा कौन है, तो आवाज आई कि वीरेन्द्र से मिलना है इस पर मैने जाकर गेट खोल दिया तो दो लड़के अन्दर आये और वीरेन्द्र के विषय में पूछा तो मैनें बताया कि वीरेन्द्र ऊपर सो रहा है और मैं किचिन मे चला गया इतने मैं दोनो लडके मेरे पीछे पीछे किचिन में आ गये और माँ बहन की गंदी गंदी गाली देकर मुझे दो थप्पड़ मारे और एक ने पीछे से मुझे कट्टा अड़ा दिया और बोले केश कहां रखा है और मेरे दोनो हाथ सफेद टेप से पीछे बाँध दिये मेरे मुंह में भी टेप लगा दिया और पीछे से कट्टा अड़ाते हुये धमकाते हुये ऊपर वाले कमरे में ले गये और केश का पूछा तो मैने अलमारी बताई कि इसमें केश रखा है । जिस पर उन्होंने अलमारी का हेन्डल पकड़ कर झटका दिया जिस पर अल्मारी खुल गई फिर उन्होंने रूपयों के आठ बंडल उठा कर अपने बैग में रख लिये और मेरा वीवो कम्पनी का मोबाईल जिसमें दो सिम डली थी को चार्जिंग से निकाल कर मुझे कमरे में अंदर छोड़ कर बाहर से कुन्डी लगा कर भाग गये । मैंने जैसे-तैसे टेप को अपने हाथ और मुंह से खोला और दरवाजा खटखटाया तो राजू ने आकर दरवाजा खोला फिर वहां वीरेन्द गुप्ता और विकास गुहा भी आ गये थे मैंने उनको यह घटना बताई दो अजात लड़के कट्टे का डर दिखा कर शराब ब्रिकी के लगभग ग्यारह लाख रुपये लूट कर ले गये।
घटना को गंभीरता से लेते हुये पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा पुलिस उपायुक्त जोन-2 श्रध्दा तिवारी, पुलिस उपायुक्त अपराध अखिल पटेल को जल्द से जल्द घटना का खुलासा कर अपराधियों का पता लगाकर गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
कार्यवाही- अति. पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी एवं पंकज श्रीवास्तव से निर्देश लेकर तत्काल घटनास्थल पहुंचकर अभियान स्तर पर घटना की छानवीन की गई।
अज्ञात आरोपीगण की सुरागरसी, उनकी शिनाख्त सुनिश्चित कर गिरफ्तार करने हेतु अति. पुलिस उपायुक्त जोन -2 महावीर मुजाल्दे, अति.पुलिस उपायुक्त अपराध शैलेन्द्र सिंह चौहान के निर्देशन में सपुआ.गोविंदपुरा दीपक नायक, सपुआ. मिसरोद रजनीश कश्यप, सपुआ.अपराध मुख्तार कुरैशी जोन-2 के हमराह थाना गोविंदपुरा, मिसरोद, बागसेवनियां एवं क्राइम ब्रांच के थानाप्रभारियों सहित थानों की कुल 08 टीमें गठित कर तत्काल छानबीन में लगाई गईं ।
अति.पुलिस आयुक्त अवधेश गोस्वामी, पुलिस उपायुक्त अपराध अखिल पटेल, पुलिस उपायुक्त जोन-2 श्रध्दा तिवारी, द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर अपने निर्देशन में संयुक्त पुलिस की टीमों को तत्काल छानबीन, विवेचना में लगाया गया।फरियादी पक्ष से अलग- अलग विस्तृत चर्चा कर संपूर्ण घटना की जानकारी ली गई, रचना टावर के प्रत्येक फ्लैट के निवासियों से चर्चा कर जानकारी ली गई एवं घटनास्थल के आस पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जानकारी ली गई।
फरियादी पक्ष से प्रांरभिक पूछताछ में संदेह हुआ कि शराब कंपनी के किसी पूर्व अथवा वर्तमान कर्मचारी की मिलीभगत से वारदात हुई होगी इस संदेह को ध्यान में रखते हुये कंपनी के भोपाल में कार्यरत सभी 28 कर्मचारियों से कड़ी एवं विस्तृत पूछताछ की गई पुलिस की संयुक्त टीमों द्वारा 24 × 7 लगातार कड़ी मशक्कत कर लगभग 25 किमी. की परिधि में लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की छानबीन की गई साथ ही मुख्य रेल्वे स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन, सभी बस स्टैण्ड इनकी पार्किंग्स, सुलभ शौचालय, रैनबसेरे, होटल, लाज, ढावे, शराब दुकान इत्यादि स्थानों पर सघन चैकिंग कर सीसीटीवी फुटेज, जानकारियां, वैज्ञानिक साक्ष्य संकलित कर क्राइम ब्रांच एवं जोन-2 की संयुक्त तकनीकी टीम द्वारा विश्लेषण किया गया जिसके आधार पर शराब कंपनी के पूर्व कर्मचारी मदनलाल सेन पर विश्वास पक्का होने पर तलाश कर कड़ी एवं विस्तृत पूछताछ की गई।
इस प्रकार वरिष्ठ अधिकारीगण के निर्देशन में संयुक्त पुलिस टीमों को कड़ी मशक्कत के बाद खुलासा हुआ कि मदनलाल सेन द्वारा उत्तर प्रदेश के हरियाणा बार्डर के दो आदतन कुख्यात बदमाशों को दिनांक 06.08.24 की रात्रि में गोंडवाना एक्सप्रेस ट्रेन से बुलवा कर उन्हें रैकी करवाकर अपनी ही कंपनी के रचना टावर स्थित आफिस में ग्यारह लाख रूपये केश के लूट की वारदात को अंजाम दिया गया । घटना के पूर्व आरोपी मदनलाल सेन उक्त दोनों बदमाशों को अपनी मुंहबोली दीदी सुषमा रायकवार की होण्डा ड्यू स्कूटी नं. MP 04 KD 0394 से घटनास्थल के पास छोड़ा था इन तीनों ने सुषमा रायकवार को भी अपनी योजना में पूर्व से ही शामिल कर लिया था । दो बदमाशों द्वारा लगभग एक घंटे तक रचना टावर में घूमफिरकर, फिर मौका देखकर कंपनी के आफिस में घुसकर वारदात को अंजाम दिया तथा पूर्व योजना अनुसार दोनों बदमाश घटना के बाद पैदल-पैदल भागकर सुभाष नगर विश्राम घाट पहुंचे जहां मदन लाल सेन तथा सुषमा रायकवार स्कूटी लेकर पहले से तैयार खड़े थे मदन लाल सेन स्पाट पर ही निगरानी कर रहा था तथा सुषमा रायकवार स्कूटी लेकर तैयार खड़ी थी बदमाशों के आते ही सुषमा रायकवार अपनी स्कूटी से उन्हें फरार करवाने की नियत से गोविंदपुरा इन्ड्रस्टिल एरिया आई.टी.आई. गेट तक लेकर गई एवं उत्तर-प्रदेश के उक्त दोनों कुख्तात आरोपियों को उनके हिस्से के केश सहित फरार करवा दिया तथा सुषमा रायकवार और मदन लाल सेन ने अपने मोबाइल बंद कर लिये तथा छुपकर पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखने लगे जिन्हें भोपाल पुलिस के मैदानी अमले द्वारा टेक्नीकल टीमों एवं मुखबिरों की सहायता से एवं उत्तर-प्रदेश के एक बदमाश को बागपत से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है । एक अन्य बदमाश की तलाश भोपाल पुलिस की टीमों द्वारा सरगरमी से की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों से घटना में प्रयुक्त होण्डा ड्यू स्कूटी नं. MP 04 KD 0394, एक देशी कट्टा, चार जीवित राउंड अभी तक बरामद कर लिये गये हैं पूछताछ में आरोपीगण द्वारा लूटा गया केश अपने घरों में विभिन्न स्थानों पर छिपाकर रखना बताया है तथा कुछ नगदी अभियुक्तों द्वारा बैंकों में जमा करा दी गई है जिनके बैंक खाते फ्रीज करा दिये गये हैं शीघ्र ही शेष एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लूटी गई राशि बरामदगी के प्रयास सरगरमी से किये जा रहे हैं।