भोपाल सुखदेव सिंह अरोड़ा। कांग्रेस के डिंडौरी जिले के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र शुक्ला द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पर डराने- धमकाने और व्याभिचार के मामले में फंसाने के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने इसे लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मदद की गुहार भी लगायी है। भले ही राहुल गांधी कुछ भी कहते रहें, किसी से न डरने की ताकीद करते रहें, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ कहते हैं कि ’कांग्रेस में मुझसे तो डरकर ही रहना पड़ेगा’। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने मंगलवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कही।
प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि यह बड़े शर्म का विषय है कि डिंडौरी के कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए गृहमंत्री से गुहार लगायें। उनका कहना है कि मुझे और मेरे परिवार को कमलनाथ और उनकी टीम से खतरा है। यहां तक कि उनका परिवार गृहमंत्री से मिलने भोपाल भी आया है। चतुर्वेदी ने कहा कि यदि कमलनाथ की पार्टी का विषय थाने में जाए, आपके पूर्व जिलाध्यक्ष मदद के लिए गृह मंत्री जी के पास जाएं और खुद की सुरक्षा की गुहार लगाएं, तो इससे समझ में आता है कि आप पार्टी कार्यकर्ताओं में कितने लोकप्रिय हैं और आपके संगठन की अंदरूनी स्थिति क्या है। उन्होंने सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि जो कमलनाथ अपने कार्यकर्ताओं का विश्वास अर्जित नहीं कर सकते, वह प्रदेश की जनता का भरोसा कैसे अर्जित करेंगे। चतुर्वेदी ने कहा कि इससे पहले जब विदिशा के तत्कालीन जिला अध्यक्ष कमल सिलाकारी, अलीराजपुर के केसर सिंह डावर ने कमलनाथ का विरोध किया, तो उन्हें जिस बेइज्जती से हटाया गया, वह सभी ने देखा है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कमलनाथ जी क्या किसी संगठन का मुखिया ऐसा होना चाहिए, जिससे कोई कार्यकर्ता भाई अपनी, अपने परिवार की सुरक्षा के लिए चिंतित हो। वह अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस थाने जाए और गृहमंत्री से मदद मांगे। चतुर्वेदी ने कहा कि अगर कमलनाथ ऐसी ही राजनीति करते हैं, तो इस घटिया राजनीति पर उन्हें शर्म आनी चाहिए।